18 March 2023 10:08 AM
जयपुर , 18 मार्च। उत्तर प्रदेश के मेरठ और उत्तराखंड में युद्धाभ्यास के दौरान राजस्थान के 2 जवान शहीद हो गए। दोनों जवान करौली जिले के रहने वाले थे। शहीद कुलदीप गुर्जर (30) भारतीय सेना की 6 राजपूत रेजिमेंट में कमांडो थे। कुलदीप मेरठ में युद्धाभ्यास के दौरान घायल होने पर उनको मिलिट्री अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। शहीद मोहन (अशोक) गुर्जर (35) महार रेजिमेंट में हवलदार थे। उत्तराखंड में रेजिमेंट के विशेष युद्धाभ्यास के दौरान गंभीर रूप से घायल हो गए। अशोक को मिलिट्री अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। कुलदीप और अशोक गुर्जर की शहादत की खबर मिलते ही उनके गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
शहीद कुलदीप गुर्जर का पार्थिव शरीर शनिवार दोपहर करीब 2 बजे पैतृक गांव तिघरिया पहुंचेगा, जहां राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। कुलदीप का पार्थिव शरीर 12 बजे देवलेन मोड़ पहुंचेगा, जहां से तिरंगा यात्रा के साथ तिघरिया ले जाई जाएगी। इसी तरह शहीद मोहन गुर्जर का पार्थिव शरीर दोपहर करीब 3 बजे पैतृक गांव महमदपुर पहुंचेगी, जहां उनका राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस दौरान क्षेत्र के विभिन्न सामाजिक एवं राजनीतिक संगठनों के साथ कई लोग मौजूद रहेंगे।
कुलदीप की 1 दिन पहले पिता से हुई थी बात
टोडाभीम उपखंड क्षेत्र की तिघरिया ग्राम पंचायत के मोडानकापुरा के रहने वाले कुलदीप गुर्जर की गुरुवार शाम को उनके पिता वृंदावन सिंह से फोन पर बात हुई थी। शहीद के पिता ने बताया कि कुलदीप फोन पर अपनी मां के बारे में पूछ रहा था। वह घर के कुछ जरूरी कामों के लिए मई में छुट्टी लेकर आने वाला था, लेकिन उसकी शहादत की खबर आ गई।
शहीद की तीन पीढ़ियां सेना में
शहीद कुलदीप गुर्जर की तीन पीढ़ियां सेना में देश सेवा कर चुकी हैं। कुलदीप के पिता वृंदावन सिंह आर्मी में हवलदार के पद से सेवानिवृत हुए थे। दादा राजन सिंह भी सेना में रहकर देश सेवा कर चुके हैं। शहीद कुलदीप गुर्जर 2010 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। उन्होंने बेलगांव से स्पेशल कमांडो कोर्स कर रखा था। उनकी सियाचिन, सिक्किम, बीकानेर सहित कई जगह तैनाती हुई थी। फिलहाल वह मेरठ में पदस्थापित थे, जहां युद्धाभ्यास के दौरान शहीद हो गए।
पति की शहादत की खबर सुन बेसुध हो गई विरांगना
शहीद कुलदीप गुर्जर की शादी 2008 में मंजू देवी के साथ हुई थी। शहीद कुलदीप के 2 बेटियां और 1 बेटा है। बड़ी बेटी खुशबू 12 साल, दीक्षा 10 साल और बेटा मन्नू (4) साल का है। पति की शहादत की खबर सुनकर वीरांगना मंजू देवी बेसुध हो गई।
कोटा में रहता है शहीद मोहन गुर्जर का परिवार
उत्तराखंड में युद्धाभ्यास के दौरान शहीद होने वाले मोहन गुर्जर महार रेजिमेंट में हवलदार थे। शहीद मोहन का परिवार पिछले काफी सालों से कोटा में रह रहा था। मोहन के परिवार में पिता, भाई-बहन, पत्नी और दो बेटे हैं। बेटे की शहादत की खबर मिलते ही परिवार पैतृक गांव महमदपुर पहुंच गया, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
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