19 March 2023 11:34 AM
सुजानगढ़ , 19 मार्च। सुजानगढ़ को जिला नहीं बनाए जाने पर पूरी विधानसभा में उग्र आंदोलन शुरू हो गया है। जिला नहीं बनने पर गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने सुबह से ही बाजार खुलने ही नहीं दिए। इसके अलावा जो दुकानें खुली थीं, उनको भी बंद करवा दिया। सुबह करीब 8 बजे हजारों की संख्या में लोग बोबासर पुलिया पहुंचे और नेशनल हाईवे-58 (फतेहपुर (सीकर) से पालनपुर (गुजरात) तक) को जाम कर दिया। हाईवे पर दोनों तरफ करीब 10 किलोमीटर लंबा जाम लगा है। इसके अलावा सालासर और सुजानगढ़ जाने वाले रास्ते बंद कर दिए हैं। प्रदर्शनकारियों ने नेशनल हाईवे पर टायर जलाकर विधायक मनोज मेघवाल और सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उधर, छापर रोड मेगा हाईवे को भी जाम करने की सूचना है।
लोगों के प्रदर्शन को देखते हुए मौके पर महिला सेल एएसपी देवानन्द, सुजानगढ़ डीएसपी रामप्रताप विश्नोई, सरदार शहर डीएसपी नरेन्द्र शर्मा, बीदासर डीएसपी प्रह्लाद राय सहित सुजानगढ़ कोतवाली, सदर और बीदासर थाना पुलिस का भारी जाब्ता मौजूद है। इसके अलावा बीदासर और कातर गांव में भी विरोध चल रहा है। शनिवार को लोगों ने अनिश्चितकाल के लिए बाजार बंद करवा दिए और प्रदर्शन किया। जनहित संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर सैकड़ों लोगों ने गांधी चौक पहुंचकर जोरदार प्रदर्शन किया।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को एक साथ 19 नए जिले बनाने की घोषणा की। इनमें कई जिलों की तो लंबे समय से मांग चल रही थी, जबकि कई ऐसे जिलों की घोषणा हुई जिनके लिए कोई भी उम्मीद नहीं कर रहा था। चूरू जिले के सुजानगढ़ को जिला बनाने के लिए लंबे समय से मांग चल रही थी, लेकिन इसको जिला बनाने की घोषणा नहीं की गई।
सभी कांग्रेसी नेताओं ने सीएम को इस्तीफे भेजे
इसके साथ ही शहर में राजनीतिक तौर पर कई बड़े घटनाक्रम हुए। कस्बे के सभी कांग्रेसी नेता सीएम को इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं। इनमें नगर परिषद सभापति निलोफर गौरी, उपसभापति अमित मारोठिया और 25 पार्षदों भी ने पार्टी को इस्तीफा भेज दिया है। इसके साथ ही कांग्रेस ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के करीब 30 पदाधिकारियों ने भी इस्तीफा दिया है।
इस मामले में सुजानगढ़ नगर परिषद के उपसभापति अमित मारौठिया ने इस बात की पुष्टि की कि ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के सभापति नीलोफर , उपसभापति समेत सभी पार्षदों ने अपने पदों स इस्तीफा दे दिया है। हमें सीएम से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन सुजानगढ़ को जिला घोषित नहीं करने पर हमें काफी ठेस पहुंची है।
एसडीएम के समझाने पर भी नहीं माने प्रदर्शनकारी
दोपहर करीब 2 बजे एसडीएम मूलचन्द लूणिया बोबासर हाईवे पहुंचे और डीएसपी रामप्रताप विश्नोई के साथ प्रदर्शनकारियों से समझाइश का प्रयास किया, लेकिन लोगों ने कहा कि जिले की घोषणा से नीचे कुछ भी मंजूर नहीं है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि चाहे कितने दिन भी बैठना पड़े, हम जिला घोषित करवा कर ही यहां से उठेंगे। एसडीएम ने कहा कि हम अभी भी लोगों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं। उच्चाधिकारियों को लगातार अपडेट दिया जा रहा है।
भाजयुमो कार्यकर्ताओं को विधायक के घर के बाहर धरना
दूसरी तरफ भाजयुमो के कार्यकर्ताओं ने विधायक मनोज मेघवाल के आवास के बाहर धरना शुरू कर दिया और विधायक का पुतला जलाकर जोरदार नारेबाजी। प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से विधायक आवास के बाहर पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया है और अतिरिक्त जाब्ता भी बुलाया है। शहर के मुख्य चौराहे पर भारी संख्या में युवा इकट्ठे हो रहे हैं, जिससे माहौल काफी तनाव पूर्ण हो गया है।
मैं जनता के साथ हूं, मेरे लिए सुजानगढ़ पहले है- विधायक
इस मामले में विधायक मनोज मेघवाल ने कहा कि, सीएम अशोक गहलोत ने बजट घोषणा में सुजानगढ को जिला घोषित नहीं किए जाने के कारण मुझे निराशा हुई है, सबको आशा थी कि सुजानगढ को जिला बनाकर पुनः उसके पुराने गौरव को लौटाया जाएगा और लाखों लोगों की जनभावना का मान-सम्मान रखा जाएगा, लेकिन जिला नहीं बनने से आम जन और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश है।
मनोज मेघवाल ने कहा कि मैं सुजानगढ के बुजुर्गों, युवाओं, महिलाओं, नौ जवान साथियों, कार्यकर्ताओं सहित आम-जन की भावनाओं के साथ हूं और भरोसा दिलाता हूं कि मेरे लिए सुजानगढ और उसकी जनता सबसे पहले है। अंतिम समय तक उनके साथ खड़ा रहूंगा।
जिले की घोषणा तक न बाजार खुलेंगे और न हाईवे
जनहित संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष रामकुमार मेघवाल ने बताया कि 422 दिन से जिला बनाने को लेकर हमारा धरना चल रहा था, लेकिन मुख्यमंत्री ने सुजानगढ़ को जिला बनाने की घोषणा नहीं की। इसके बाद शुक्रवार शाम से आंदोलन शुरू हो गया। लोग साथ आते जा रहे हैं। अब जिले की घोषणा तक न तो बाजार खुलेंगे और न ही हाईवे। वहीं स्थानीय व्यापारी विपिन प्रजापत ने बताया कि सुजानगढ़ को योग्यता होते हुए भी जिला नहीं बनाया गया है, जो गलत है। लोग मायूस और आक्रोशित हैं। हम व्यापारी संघर्ष में साथ हैं।
हाईवे पर टैंट लगाकर बैठे प्रदर्शनकारी
नेशनल हाईवे-58 पर बोबासर पुलिया के पास प्रदर्शनकारी सड़क किनारे टेंट लगाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में युवा शामिल हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि ये हाईवे अनिश्चितकाल के लिए बंद हो गया है, इसलिए अब यहां खाने-पीने का भी प्रबंध कर दिया गया है। हलवाइयों ने काम शुरू कर दिया है। प्रदर्शनकारी और राहगीरों के लिए चाय, पानी के साथ खाने की व्यवस्था भी की गई है।
सीएम ने की 19 नए जिले बनाने की घोषणा
राजस्थान में 19 नए जिले और 3 नए संभाग बनाए जाएंगे। इसके साथ अब प्रदेश में 50 जिले और 10 संभाग हो गए हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को विधानसभा में इसकी घोषणा की। बांसवाड़ा, पाली, सीकर नए संभाग बनाए गए हैं। सरकार ने श्रीगंगानगर से अनूपगढ़, बाड़मेर से बालोतरा, अजमेर से ब्यावर और केकड़ी, भरतपुर से डीग, नागौर से डीडवाना-कुचामनसिटी, सवाई माधोपुर से गंगापुर सिटी, अलवर से खैरथल, सीकर से नीम का थाना, उदयपुर से सलूंबर, जालोर से सांचौर और भीलवाड़ा से शाहपुरा को नया जिला बनाया गया है। वहीं जयपुर जिले को तोड़कर जयपुर उत्तर, जयपुर दक्षिण, दूदू और कोटपूतली जिला बनाया गया है। मुख्यमंत्री के गृह जिले जोधपुर को भी जोधपुर पूर्व, जोधपुर पश्चिम और फलोदी में बांटा गया है।
सूरतगढ़ में भी जिला घोषित करने की मांग तेज
सूरतगढ़को जिला बनानेकी मांग को लेकर व्यापारिक संगठनों विभिन्न यूनियनों ने अपना कारोबार बंद रख मांग का समर्थन किया, वहीं मेडिकल स्टोर संचालकों ने भी अपनी दुकान बंद रख जिले की मांग का समर्थन किया। सूरतगढ़ को जिला मनाने की मांग पिछले 6 वर्षों से जारी है। सूरतगढ़ की जगह अनूपगढ़ को जिला बना देने से सभी आश्चर्यचकित है तथा इसको लेकर भी रोष है
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