11 July 2021 08:28 PM
बीकानेर, 11 जुलाई (थार न्यूज़)। ब्रह्मलीन धर्मगुरु, गीतामर्मज्ञ स्वामी संवित् सोमगिरि महाराज, स्व. रमेशचन्द्र शर्मा, स्व. बालकिशन राठौड़ एवं सरस्वती देवी राठौड़ की पावन स्मृति में शशिबाला मित्तल स्मृति चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा ऑनलाईन श्रीमद्भगवद्गीता-ज्ञान-प्रश्नोत्तरी के सफल प्रतिभागियों को श्रीलालेश्वर महादेव मन्दिर शिवमठ, शिवबाड़ी के अधिष्ठाता स्वामी विमर्शानन्दगिरि के सान्निध्य में प्रशंसा-पत्र प्रदान किए गए।
ट्रस्ट के अध्यक्ष विवेक मित्तल ने बताया कि ट्रस्ट की मैनेजिंग कमेटी के सदस्य सुरेश कुमार मित्तल ने शॉल ओढ़ाकर, सचिव दिनेश मित्तल ने श्रीफल भेंट करके, राजेन्द्र कुमार गर्ग ने दुपट्टा पहना कर तथा तरुण राठौड़, आनन्द पारीक ने माल्यार्पण करके श्रीलालेश्वर महादेव मन्दिर शिवमठ के नवप्रतिष्ठित अधिष्ठाता स्वामी विमर्शानन्दगिरि का अभिनन्दन एवं स्वागत किया। इस अवसर पर अपने उद्बोधन में स्वामी विमर्शानन्दगिरि ने कहा कि कुरुक्षेत्र के रणांगन में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को निमित्त बनाकर सम्पूर्ण मानवता के कल्याण के लिए जो सन्देश दिया, वह आज भी उतना ही प्रासंगिक है। गीता हमें त्यागी बनने के साथ काम, क्रोध, मोह, मद से ऊपर उठकर निष्काम कर्मयोग का पाठ पढ़ाती है। गीता की महत्ता को समझने के लिए उसमें प्रवेश करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि गीता मानव के अन्त:करण को शुद्ध करके भीतर के दोषों को दूर करती है। इसको अपनाने से यदि मन में प्रेम के भाव, परिश्रम के भाव, राग-द्वेष से रहित भाव, सत्यनिष्ठा के भाव, राष्ट्रप्रेम के भाव उमड़ते हैं और हम अपने आचरण में परिवर्तन लाना शुरू कर देते हैं तो गीता के अपनाना सार्थक है।
मित्तल ने कहा कि पूज्य स्वामी संवित् सोमगिरि महाराज द्वारा गीता ज्ञान यज्ञ की जोत को निरन्तर प्रज्जवलित रखने के उद्देश्य से ऑनलाइन गीता ज्ञान प्रश्नोत्तरी का आयोजन ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है, जिसमें न केवल बीकानेर से अपितु भारतवर्ष के अनेक राज्यों से प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। ट्रस्ट द्वारा आयोजित तीन ऑनलाइन गीता ज्ञान प्रश्नोत्तरी में 900 से अधिक प्रतिभागी भाग ले चुके हैं। कार्यक्रम में तरुण राठौड़, राजकुमार कौशिक, राजीव मित्तल, घनश्याम साध, हरनारायण खत्री, रमेश जोशी, शिक्षक नेता आनन्द पारीक, गोपीकिशन राठौड़, कन्हैयालाल पंवार, रमेश शर्मा आदि गणमान्यजन उपस्थित थे।
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