25 January 2023 11:39 PM
नयी दिल्ली , 25 जनवरी। 74वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर केंद्र सरकार ने बुधवार को पद्म पुरस्कारों का ऐलान कर दिया है। इस साल 26 हस्तियों के लिए इस पुरस्कार की घोषणा की गई है जिसमें से मात्र एक हस्ति को पद्म विभूषण और जबकि 25 लोगों को पद्मश्री दिए जाएंगे। ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन) के जनक दिलीप महालनाबिस को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है जो कि भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है।
सरकार की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, पश्चिम बंगाल के 87 वर्षीय डॉक्टर महालनाबिस ने ओआरएस के व्यापक इस्तेमाल का बीड़ा उठाया, ऐसा अनुमान है कि इसने वैश्विक स्तर पर 5 करोड़ से अधिक लोगों की जान बचाई है।
पद्मश्री से इन्हें किया जाएगा सम्मानित
- रतन चंद्र कर, मेडिसिन (फिजिशियन), अंडमान-निकोबार
- हीराबाई लोगी, समाजिक कार्य (ट्राइबल), गुजरात
- मुनीश्वर चंदर डावर, मेडिसिन (किफायती हेल्थकेयर), मध्य प्रदेश
- रामकुइवांगबे न्यूमे, सामाजिक कार्य (संस्कृति), असम
- वीपी अप्पुकुट्टा पोडुवल, सामाजिक कार्य (गांधीवादी), केरल
- शंकुरथ्री चंद्रशेखर, सामाजिक कार्य (सस्ती स्वास्थ्य सेवा), आंध्र प्रदेश
- वदिवेल गोपाल और मासी सदाइयां, सामाजिक कार्य (पशु कल्याण), तमिलनाडु
- तुला राम उप्रेती, अन्य (कृषि), सिक्किम
- नेकराम शर्मा, अन्य (कृषि), हिमाचल प्रदेश
- जनम सिंह सोय, साहित्य और शिक्षा (हो भाषा), झारखंड
- धनीराम टोटो, साहित्य और शिक्षा (डेंगका भाषा), पश्चिम बंगाल
- बी रामकृष्ण रेड्डी, साहित्य और शिक्षा (भाषा विज्ञान), तेलंगाना
- अजय कुमार मंडावी, कला (लकड़ी पर नक्काशी), छत्तीसगढ़
- रानी मचैया, कला, (लोक नृत्य), कर्नाटक
- के.सी. रनरेमसंगी, कला, (वोकल-मिजो), मिजोरम
- राइजिंगबोर कुरकलंग, कला (लोक संगीत), मेघालय
- मंगला कांति रॉय, (लोक संगीत), पश्चिम बंगाल
- मोआ सुबोंग, कला (लोक संगीत), नगालैंड
- मुनिवेंकटप्पा, कला (लोक संगीत), कर्नाटक
- डोमर सिंह कुंवर, कला (नृत्य), छत्तीसगढ़
- परशुराम कोमाजी खुने, कला (रंगमंच), महाराष्ट्र
- गुलाम मोहम्मद जाज, कला (शिल्प), जम्मू-कश्मीर
- भानुभाई चित्रारा, कला (पेंटिंग), गुजरात
- परेश राठवा, कला (पेंटिंग), गुजरात
- कपिल देव प्रसाद, कला (कपड़ा), बिहार
बता दें कि पद्म पुरस्कार–पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से हैं। 1954 से ये पुरस्कार, हर साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर घोषित किए जाते हैं। कला, साहित्य और शिक्षा, खेल, चिकित्सा और सामाजिक कार्य के क्षेत्र के कई गुमनाम नायकों को यह सम्मान दिए जाते हैं।
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