15 October 2020 03:54 PM
बीकानेर 15 अक्टूबर 2020। करौली जिले की बूकना गांव की घटना पर संज्ञान लेते हुए विज्ञप्ति जारी कर स्वामी विवेकानंद संस्कार केन्द्र के संस्थापक व पीठाधीश्वर स्वामी योगेश्वरानंद गिरी ने इसे तथाकथित दबंगई व कानून के साथ खिलवाड़ बताया। जैसे कि कानून उन लोगों के लिए कोई कठपुतली हो। मंदिर की जमीन पर नाजायज कब्जा रोकने की कोशिश करते हुए पुजारी को जला कर मार डाला गया। इसकी भर्त्सना की जाती है। संस्कार केन्द्र के बीकानेर संभाग के प्रमुख एडवोकेट मोहनलाल आचार्य ने इस पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग की है। स्वामी विवेकानंद संस्कार केन्द्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष व ट्रस्टी सुभाषचंद्र शर्मा ने बताया कि इस घटना से पूर्व ग्रामीणों ने पंचायत बुलाकर कब्जा हटाने व आइन्दा कब्जा न करने के लिए आरोपितों को पाबंद किया था। तब प्रशासन ने उसी समय इस पर कार्यवाही क्यों नहीं की। इस मामले में पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध नजर आती है। स्वामी विवेकानंद संस्कार केन्द्र के राजस्थान प्रमुख एमडी भोजवानी ने कहा कि मंदिर की भूमि किसी की व्यक्तिगत सम्पत्ति नहीं होती अपितु पूरे ग्राम व समाज की होती है। जिसकी देखभाल की जिम्मेदारी संबंधित पुजारी की होती है। अगर ऐसे मामलों में तुरंत न्याय नहीं मिला तो ऐसी घटनाओं की पुर्नरावृत्ति होती रहेगी जो समाज व देश के लिए आत्मघाती साबित होगी।
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