17 March 2023 09:24 PM
जयपुर , 17 मार्च। राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तीन नए संभाग और 19 नए जिले बनाने की घोषणा की है। विधानसभा में घोषणा करते हुए नए जिलों का एलान किया है। करीब 15 साल बाद प्रदेश को नया जिला मिला है। इससे पहले मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने प्रतापगढ़ को ही नया जिला बनाया था। 26 जनवरी 2008 को अंतिम जिला राजस्थान को मिला था।
यह पहली बार है कि राजस्थान में एक साथ 19 जिले बनाए गए हैं। इसके साथ ही अब प्रदेश में 50 जिले होंगे और 10 संभाग हो गए हैं। इससे पहले सात संभाग और 33 जिले थे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने इस फैसले से सबको चौंका दिया है क्योंकि हाल ही में जिला बनाने के लिए राम लुभाया कमेटी का कार्यकाल छह माह बढ़ाया गया था।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में ही नहीं पूरे देश में जिला बनाने के मामले में सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। आजादी के बाद भारत में पहली बार एक साथ किसी राज्य में 19 जिले बनाए गए हैं। तब भी जब किसी प्रदेश को बांट गया हो। फिर चाहे उत्तर प्रदेश से अलग होकर बना उत्तराखंड की बात हो या फिर मध्यप्रदेश से अलग होकर बना छत्तीसगढ़ हो।
यहां तक की बिहार से अलग होकर बने झारखंड में भी इतने जिले नहीं बनें। दक्षिण में आंध्रप्रदेश और तेलंगाना बंटवारे में भी इतने जिले नहीं बने हैं। गौरतलब है कि भौगोलिक रूप से राजस्थान देश का सबसे बड़ा राज्य है। यह सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय सीमा भी साझा करता है। ऐसे में जिलों की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही थी।
...गहलोत ने धो डाली तोहमत
इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सारी तोहमत भी धो दी है। उन्हें लेकर कहा जाता था कि करीब 15 साल के कार्यकाल में एक भी जिला नहीं बनाया है। ऐसा था भी लेकिन उन्होंने एक साथ 19 जिलों की घोषणा करके सभी को चौंका दिया। इसके साथ उन्होंने तीन संभाग भी बनाए हैं।
जयपुर और जोधपुर में दो दो जिले
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर और जोधपुर को भी दो टुकड़ों में बांट दिया है। इससे दोनों जगह काम करने में आसानी होगी। राजस्थान के ये दोनों जिले काफी बड़े हैं। इस कारण आम आदमी को तमाम प्रशासनिक कार्यों में परेशानी होती थी। गौरतलब है कि राजस्थान भौगोलिक रूप से देश का सबसे बड़ा इलाका है। ऐसे में काफी दिक्कत होती है।
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