18 May 2023 06:38 PM
नयी दिल्ली , 18 मई . राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई। इसमें कहा गया कि प्रधानमंत्री की सलाह पर राष्ट्रपति ने केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सदस्यों को विभागों का पुन:आवंटन किया है।मोदी सरकार में अलग-अलग विभागों की जिम्मेदारियां निभा चुके किरेन रिजिजू से कानून मंत्रालय छीन लिया गया है। बताया गया है कि इस मंत्रालय की जिम्मेदारी अब अर्जुन राम मेघवाल को सौंपी गई है। राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई। इसमें कहा गया कि प्रधानमंत्री की सलाह पर राष्ट्रपति ने केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सदस्यों को विभागों का पुन:आवंटन किया है। विज्ञप्ति के मुताबिक, किरेन रिजिजू को अब पृथ्वी-विज्ञान मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इससे पहले केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह इस मंत्रालय को संभाल रहे थे। वहीं, मेघवाल को कानून राज्य मंत्री के तौर पर स्वतंत्र प्रभार दिया गया है। मेघवाल पहले से ही संस्कृति मंत्रालय और संसदीय मामलों के मंत्रालय में राज्यमंत्री के पद पर हैं।
अर्जुन राम मेघवाल राजस्थान से आते हैं। अर्जुन राम मेघवाल राजस्थान के बीकानेर से सांसद है। दरअसल, मेघवाल भाजपा के बड़े दलित चेहरों में शामिल हैं। अर्जुन राम मेघवाल को किरेन रिजिजू के स्थान पर उनके मौजूदा विभागों के साथ ही कानून और न्याय मंत्रालय में राज्य मंत्री के रूप में स्वतंत्र प्रभार सौंपा गया है। आज भी मेघवाल को इनके सादे जीवन शैली के लिए जाना जाता है।
इस बीच, रिजिजू ने एक ट्वीट में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री के रूप में कार्य करना उनके लिए ‘एक विशेषाधिकार और सम्मान’ की बात रही है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं भारत के प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, उच्चतम न्यायालय के सभी न्यायाधीशों, उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों और न्यायाधीशों, निचली न्यायपालिका और सभी कानून अधिकारियों को न्याय की सुगमता सुनिश्चित करने और हमारे नागरिकों के लिए कानूनी सेवाएं प्रदान करने में भारी समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं।’’ रिजिजू ने कहा, ‘‘मैं पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय में प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए उसी उत्साह और जोश के साथ काम करने को तत्पर हूं, जिसे मैंने एक विनम्र कार्यकर्ता के रूप में आत्मसात किया है।’’
किरेन रिजिजू अरुणाचल प्रदेश से आते हैं. पिछले कुछ समय से वह और रिटायर्ड जजों पर टिप्पणियों को लेकर चर्चा में रहे. किरेन रिजिजू ने कॉलेजियम सिस्टम को लेकर भी कहा था कि देश में कोई किसी को चेतावनी नहीं दे सकता है. देश में सभी लोग संविधान के हिसाब से काम करते हैं. इसके अलावा भी कुछ सख्त टिप्पणियां उन्होंने की थी. किरेन रिजिजू ने अपने ट्विटर बायो में भी मंत्रालय का नाम बदल दिया है. अब वहां- 'मिनिस्टर ऑफ अर्थ साइंस, इंडिया' लिखा है.
राजस्थान में 16% दलित, 60% मेघवाल
राजस्थान में दलित करीब 16 फीसदी है और इनमें 60 फीसदी आबादी मेघवालों की है. हालांकि अर्जुनराम मेघवाल के बीकानेर लोकसभा सीट से लगती श्रीगंगानगर लोकसभा सीट पर भी बीजेपी के दलित सांसद निहालचंद मेघवाल 6 बार से लोकसभा सीट जीत रहे हैं. 2014 में पहली बार प्रधानमंत्री बनते समय मोदी सरकार में मंत्रिमंडल में शामिल भी किया गया था लेकिन बलात्कार का आरोप लगने के बाद निहालचंद को हटा कर तीसरी बार सांसद बने अर्जुनराम मेघवाल को मंत्री बना दिया गया था। निहालचंद को मंत्री पद मिलने के पीछे मुख्य कारण वसुंधरा खेमा विरोधी था और अर्जुनराम वसुंधरा समर्थित माने जाते थे क्यूंकि वसुंधरा ही आईएएस से राजनीति में लेकर आयी थी। निहालचंद की जगह केन्द्रीय मंत्रिमंडल में जगह पाने के बाद अर्जुनराम ने वसुंधरा से किनारा करके मोदी शाह की नजर में स्वामिभक्त की छवि बना ली और अब तो अंधभक्तों के नेता बने हुए हैं।
OSD बनने के बाद राजनीति में आई रुचि
मेघवाल बीकानेर के इलाके से आने वाले बीजेपी के पूर्व उपमुख्यमंत्री हरिशंकर भाभड़ा के ओएसडी बनने के बाद से राजनीति में रूची लेने लगे. बाद में राज्य प्रशासनिक सेवा से प्रमोट हो कर वो कलेक्टर भी बने.
वैसे अर्जुनराम मेघवाल की जनता में पकड़ बहुत मजबूत नहीं है क्यों कि वे अधिकारी थे और वीआरएस लेकर नेता बने थे लेकिन मेघवाल सांगठनिक दृष्टि से मजबूत माने जाते हैं. बीजेपी ने राजस्थान चुनाव के लिए बनाई अपनी कोर कमेटी में भी इन्हें शामिल किया है. अर्जुनराम मेघवाल 2009 से बीकानेर से सांसद हैं. मेघवाल का जन्म बीकानेर के किस्मिदेसर गांव में हुआ. उन्होंने बीकानेर के डूंगर कॉलेज से बीए और एलएलबी की . इसके बाद उन्होंने इसी कॉ लेज से मास्टर्स डिग्री (M.A) की . इसके बाद, फिलीपींस विश्वविद्यालय से एमबीए भी किया .वह राजस्थान कैडर के एक आईएएस अधिकारी रहे हैं और उन्हें राजस्थान में अनुसूचित जाति के चेहरे के रूप में देखा जाता है तथा जैनविश्व भारती के कुलाधिपति के पद पर होने के कारण राजस्थान के जैन समाज में भी प्रभुत्व बनाये हुए हैं।
मेघवाल के राजनीतिक सफर पर एक नजर.
आज भी साइकिल से सफर करते हैं मेघवाल
अर्जुन राम मेघवाल को सरकार की ओर से गाड़ी दी गई है, लेकिन आज भी वो अपनी साइकिल से सफर करना पसंद करते हैं। मेघवाल आज भी कार की बजाय साइकिल से संसद जाया करते हैं।
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