30 May 2021 11:42 AM
बीकानेर, 30 मई (थार एक्सप्रेस )। बीकानेर जिले में अब कोरोना संक्रमण का ग्राफ लगातार गिर रहा है। महामारी की दूसरी लहर के शुरूआती दौर में जो समस्याएं समक्ष थी, नि:संदेह उनसे हम ऊभर चुके हैं। आज पर्याप्त चिकित्सकीय संसाधनों के साथ संक्रमण के विरूद्ध मजबूती से खड़े हो पा रहे हैं। दरअसल, हम पहले से उतनी सुदृढ़ व्यवस्थाएं नहीं कर पाते, नई चुनौतियां समक्ष आने के बाद तैयारियां प्रारम्भ होती है, जो समय गुजरने के साथ एक स्तर पर पहुँचती है। लेकिन उस दौरान इतना कुछ हमारे हाथों से निकल चुका होता है, जिसकी भरपाई कर पाना संभव ही नहीं।
रविवार को पहली सूची में 60 कोरोना संक्रमित रोगी रिपोर्ट हुए हैं। इनमें से कुछ लोग जिले से बाहर के भी हैं। रिपीट पॉजिटिव भी आये हैं। बीकानेर पीआरओ की सूचना के अनुसार प्रथम सूची में प्रथम में 59 पॉजिटिव समक्ष आए हैं। रविवार को 45 वर्ष तक के आयु वर्ग में प्रथम सूची में 42 संक्रमित रिपोर्ट हुए हैं। वहीं 45 से ऊपर आयुवर्ग के प्रथम सूची में 18 संक्रमित समक्ष आए हैं। पुरुष वर्ग में प्रथम सूची में 27 जबकि महिला वर्ग में प्रथम सूची में 33 रोगी रिपोर्ट हुए हैं। संक्रमण के गिरते आंकड़ों के बावजूद भी प्रतिदिन पॉजिटिव रिपोर्ट होने वालों में अधिकांश युवा हैं।
कम संक्रमित समक्ष आने का एक प्रमुख कारण जाँचों में भी कमी आना रहा है। साथ ही कोरोना गाइडलाइन की सुनिश्चित पालना एवं चिकित्सकीय व्यवस्थाओं को सुचारू रखने के प्रयास में जुटे प्रशासन द्वारा आंकड़ों को सही प्रकार से उजागर ना किया जाना भी संदेहास्पद रहा। संक्रमण से पॉजिटिव होने के आंकड़े तो निरन्तर घटते देखे जा रहें हैं, परन्तु कोरोना से मरने वालों की संख्या फिलहाल काबू में नहीं है। जिससे बचने हेतु प्रशासन द्वारा मृत्यु के आंकड़े घोषित तक नहीं किए जा रहे हैं। प्रतिदिन मृत्यु के वास्तविक आंकड़े ज्यादा होने की चर्चाएं रहती है, क्योंकि निजी अस्पतालों व घरों में मरने वालों के संख्या गिनती में नहीं ली जा रही।
बीकानेर पीआरओ की सूचना के अनुसार शनिवार को 599 व्यक्ति संक्रमण से रिकवर होकर डिस्चार्ज हुए। जांचें 1287 व्यक्तियों की हुई। कुल एक्टिव केस 2036 हैं, जिसमे इंस्टिट्यूशनल आइसोलेट 33, होम क्वारेन्टइन 1563 तथा शेष पीबीएम में भर्ती है। जिले में कन्टेन्टमेंट जोन 9 तथा 143 माइक्रो कन्टेन्टमेंट जोन बनाए हुए हैं। शनिवार को 8 लोगों की मृत्यु हुई है। रिपीट पॉजिटिव भी 40 मिले हैं।
कोरोना महाकहर के मध्य मई माह की यही अच्छी खबर रही कि शनिवार 29 मई को 599 , शुक्रवार 28 मई को 234, गुरुवार 27 मई को 589, बुधवार 26 मई को 254, मंगलवार 25 मई को 547, सोमवार 24 मई को 620, रविवार 23 मई को 679, शनिवार 22 मई को 705, शुक्रवार 21 मई को 396, गुरुवार 20 मई को 777, बुधवार 19 मई को 833, मंगलवार 18 मई को 705, सोमवार 17 मई को 921, रविवार 16 मई को 1122, शनिवार 15 मई को 809, शुक्रवार 14 मई को 506, गुरुवार 13 मई को 864, बुधवार 12 अप्रैल को 799, मंगलवार 11 मई को 1154, सोमवार 10 मई को 822, रविवार 9 मई को 1020, शनिवार 8 मई को 744, 7 मई को 414, 6 मई को 894, 5 मई को 714, 4 मई को 869, 3 मई को 723, 2 मई को 791 व 1 मई को 840 ठीक हुए।
एसपीएमसी बीकानेर में शनिवार सुबह तक परीक्षण किए गए कुल नमूनों की संख्या 487403 है, उनमें निगेटिव 424238 तथा पॉजिटिव 63165 आए हैं। एसएआरआई के ई-वार्ड में ऑक्सीजन पर कुल 17 मरीज हैं तथा नॉन एमसीएच में ऑक्सीजन पर कुल 170 मरीज हैं। शुक्रवार को 138 पॉजिटिव आए थे। एमसीएच ब्लॉक में कुल 132 रोगी भर्ती है। ऑक्सीजन पर कुल रोगी (एमसीएच + नोन एमसीएच) 298 हैं। एमसीएच से अब तक की कुल छुट्टी/शिफ्ट 2884 की हुई है। अस्थिर 88 रोगी है, (55 बिपापी, 26 एनआरबीएम, बैंस 7) रोगी हैं। डे-केयर में कुल 725 रजिस्टर्ड हुए, उनमें 11 आज भी भर्ती है। कुल छूट्टी (एमसीएच से) 5745 रोगियों का इलाज हो चुका है। पिछले 24 घंटों में मौत 8 हुई है।
कुल मिलाकर राज्य में विगत 17 अप्रेल से लगातार लागू रहे कफ्र्यू कम लॉकडाउन का प्रभाव आंकड़ों पर तो अब अवश्य दिखा है, परन्तु हकीकत में कोरोना संक्रमण के साथ ही महामारी घोषित हुई ब्लैक फंगस यानी म्यूकोरमाइकोसिस नामक बीमारी ने भी नई समस्या, नई चुनौती खड़ी कर दी है। इन सभी विकट परिस्थितियों के बावजूद चल रही ओझी राजनीति से रूबरू होना जनता को लगातार भारी पड़ ही रहा है। वहीं हर क्षेत्र में फैले ब्लैक मार्केटिंग के लूटेरों, अपना हित साधने वाले दानवों ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी। चंद मामलात समक्ष भी आए हैं, जिन पर कार्यवाहियां भी हुई। परन्तु जनता को इन सबसे निजात मिलने की संभावना ऐसे कठिन दौर में भी नहीं मिली। फिलहाल महत्ती आवश्यकता है कि लोग बीमारी की चपेट में आने से बचे और यदि दुर्भाग्य से आ भी जाएं तो समय रहते उनका सही उपचार हो सके। साथ ही महामारी से जुझ रही जनता को इंतजार है, पुन: सामान्य जिन्दगी में लौटने का।
कोरोना को पराजित करने का मूलमंत्र : निज पर शासन फिर अनुशासन
प्रसिद्ध संत आचार्य तुलसी ने कहा था कि किसी भी समस्या के हल के लिए व्यक्ति पहले अपने पर अनुशासन करे, फिर दूसरों को अनुशासित करें।
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06 July 2022 09:58 PM
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