04 December 2020 02:41 PM
बीकानेर, 04 दिसम्बर। जीवन में सफल होने के लिए एक लक्ष्य होना आवश्यक है और जिसने वह लक्ष्य अपने अध्ययन काल में ही तय करके पढ़ाई शुरू कर दी, उसे सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। यह बात पुलिस अधीक्षक आईपीएस कृष्ण कुमार खिलेरी ने जाम्भाणी साहित्य अकादमी बीकानेर द्वारा आयोजित पांच दिवसीय राष्ट्रीय जाम्भाणी संस्कार शिविर के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कही। उन्होंने कहा कि व्यक्ति को जीवन में अपना लक्ष्य तय करके सकारात्मक ऊर्जा और लग्न के साथ उस ओर बढ़ना चाहिए। जाम्भाणी साहित्य अकादमी के मीडिया प्रभारी पृथ्वी सिंह बैनीवाल ने बताया कि जाम्भाणी साहित्य अकादमी द्वारा 12 से 17 वर्ष तक के बच्चों के लिए आयोजित ऑनलाइन पंचदिवसीय जाम्भाणी संस्कार शिविर बृहस्पतिवार को सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार खिलेरी ने कहा कि एक व्यक्ति के जीवन में 12 से 17 वर्ष की आयु बहुत महत्वपूर्ण होती है। इस उम्र में वह जो कुछ भी सीखता है, उसी पर ही उसका पूरा जीवन निर्भर करता है। इस उम्र को व्यक्ति के जीवन का आधार स्तंभ कहना गलत नहीं होगा। इस आयु वर्ग में बच्चे में संस्कार डालना बेहद आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जाम्भाणी साहित्य अकादमी इस प्रकार के आयोजन के लिए बधाई की पात्र है।
कृष्ण कुमार ने कार्यक्रम के मध्य बच्चों के प्रश्नों के भी उत्तर दिए और उन्हें शिक्षा से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर जानकारी दी। उन्होंने अपने जीवन के संघर्ष के बारे में बताते हुए कहा कि वह एक गरीब परिवार में दूध बेचकर अपनी पढ़ाई का खर्चा चलाते थे। लेकिन बचपन में ही अपना लक्ष्य निर्धारित कर उसपर लग्न व दृढ़ संकल्प से ही आगे बढ़ने से वह आज भारतीय प्रशासनिक सेवा में आईपीएस पद पर सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने साथ ही अपने माता पिता व गुरुजनों द्वारा दिए संस्कारों को सफलता में मुख्य कड़ी बताया। जांभाणी साहित्य अकादमी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णानंद आचार्य और शिविर संयोजक सच्चिदानंद आचार्य ने सभी प्रतिभागियों को भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शिविर तभी सच्चे अर्थों में सफल माना जाएगा, जब आप सभी शिविर में सिखाई गई बातों को अपने जीवन में धारण करोगे। जांभाणी साहित्य अकादमी के प्रवक्ता और शिविर संचालक विनोद जम्भदास ने शिविर में पांच दिन तक गुरु जम्भेश्वर भगवान की शिक्षाओं, बिश्नोई पंथ के इतिहास के साथ साथ व्यक्तित्व विकास, कैरियर गाइडेंस, स्वास्थ्य और तनाव प्रबंधन आदि विषयों पर विद्यार्थियों को विस्तार से वक्तव्य देने के लिए पधारे सभी विद्वान अतिथियों का अकादमी की तरफ से आभार प्रकट किया। कार्यक्रम का तकनीकी संचालन डॉ लालचंद विश्नोई ने किया।
RELATED ARTICLES