19 January 2023 11:12 PM
ख़्वाब देखते - देखते रात बीत गई ।
मैं तो अब हार गया तू तो जीत गई ।।
रात की तन्हाई में जैसे कोई आ गया ।
नींद खुली तो ख्यालों में तुम आ गई ।।
चाँद को देखा तो चाँद सी तू नजर आई ।
तेरी जुदाई मुझे रह- रह अब तड़पा गई ।।
आंखें अब तो बेकरार है तेरे दीदार को ।
तुझे हर तरफ मैंने तलाशा तू कहाँ गई ।।
तेरे इंतजार में कब से आश लगाए बैठा हूँ ।
तेरी तस्वीर को देख-देख ये रात गुजर गई।
रब से यही दुआ है मिलन तो होगा जरूर ।
मेराअक़ीदा है मिलन तो होगा तू जहां गई।
मैं तुझे ढूंढता ही रहा जहाँ के गलियारों में ।
मुझे अब यकीन हुआ तू मेरे पास आ गई।।
तेरी यादों में ऐसे खो गया ये "नाचीज " भी।
लिखते -लिखते तुम तो कविता में आ गई।
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नाचीज बीकानेरी 9680868028
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