बीकानेर में अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति का 13वां राज्य सम्मेलन


महिला मुद्दों पर होगी चर्चा और आंदोलन की रणनीति




बीकानेर, 31 जुलाई। अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति राजस्थान का 13वां राज्य सम्मेलन 1 से 3 अगस्त तक बीकानेर में आयोजित होगा। इस सम्मेलन में महिला संबंधी विभिन्न ज्वलंत मुद्दों पर गहन चर्चा की जाएगी।
सम्मेलन के प्रमुख विषय और प्रस्ताव
पत्रकारों को जानकारी देते हुए आयोजक डॉ. सीमा जैन ने बताया कि सम्मेलन में निम्नलिखित महत्वपूर्ण विषयों पर प्रस्ताव रखे जाएंगे:


- माइक्रो फाइनेंस के कर्ज में दबी महिलाओं की कर्ज माफी।
- मनरेगा का ठीक कार्यान्वयन।
- नागरिक सुविधाओं का विस्तार।
- स्मार्ट मीटर के खिलाफ आंदोलन।
- दलितों और अल्पसंख्यकों पर बढ़ते हमलों के खिलाफ आवाज।
- बेरोजगारी के मुद्दे।
- कामकाजी महिलाओं से संबंधित मुद्दे।
इसके अतिरिक्त, एकल महिलाओं की समस्याओं, महिला हिंसा और नशे के खिलाफ महिलाओं की भूमिका पर चार कमीशन पेपर भी प्रस्तुत किए जाएंगे। सम्मेलन में अगले तीन वर्षों के लिए आंदोलन की योजना बनाने के साथ-साथ नई कार्यकारिणी का भी चुनाव किया जाएगा। डॉ. जैन ने बताया कि सम्मेलन से पूर्व सुबह एक जन चेतना रैली स्टेशन रोड से जिला कलेक्ट्रेट तक निकाली जाएगी, जिसमें सभी जिलों के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे।
राष्ट्रीय महासचिव मरियम धवले का मोदी सरकार पर हमला
इस मौके पर राष्ट्रीय महासचिव मरियम धवले ने कहा कि आज देश तानाशाही संकट से गुजर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ बोलने पर शासक वर्ग के लोग ‘राष्ट्र विरोधी’ करार दे रहे हैं। धवले ने कहा कि देश की प्रगतिशील जनता और धर्मनिरपेक्ष शक्तियों के सामने जनतंत्र तथा संविधान की रक्षा करना चुनौती बन गया है। मरियम धवले ने महिलाओं पर बढ़ते अत्याचारों पर चिंता व्यक्त की, जिसमें आए दिन महिलाओं के गैंगरेप का शिकार होने की घटनाएँ शामिल हैं। उन्होंने भाजपा के मंत्रियों पर महिलाओं के आचरण पर ‘अश्लीलता के कसीदे गढ़ने’ का आरोप लगाया। उन्होंने महंगाई और बेरोजगारी को लेकर भाजपा सरकार पर जनता का भारी शोषण करने और पूंजीपतियों को सीधा लाभ पहुँचाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि गुंडागर्दी करने वाले और महिलाओं का शोषण करने वाले भाजपा सरकार के चहेते बने हुए हैं, और शिक्षा इतनी महंगी कर दी गई है कि वह आम आदमी की पहुँच से दूर होती जा रही है। उन्होंने मौजूदा सरकार की विदेश नीति को भी लगातार विफल बताया।
मरियम धवले ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा-आरएसएस शासन का पूरा प्रयास एक तथाकथित व्यापक हिंदुत्व पहचान विकसित करने की रणनीति के तहत है, जिसमें महिलाएँ एक अनिवार्य हिस्सा हैं। इस प्रक्रिया में महिलाओं के लोकतांत्रिक अधिकारों को कमजोर किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह तथाकथित विशिष्ट हिंदुत्व पहचान भारत भर में धार्मिक अनुष्ठानों के एकरूपीकरण को बढ़ावा देने में भी परिलक्षित होती है, जिसे भारी मात्रा में धन और स्थानीय धार्मिक परंपराओं के बल पर बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने आदिवासी संस्कृतियों को विशेष लक्ष्य बनाने और उन्हें हिंदुत्व कथा में समाहित करने की कोशिश करने का आरोप लगाया। इन सबके साथ रूढ़िवाद, अंधविश्वास और घोर अवैज्ञानिक सोच को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सम्मेलन में संगठन कार्यालय के सचिव फरबानी सरकार, राजस्थान प्रभारी आशा शर्मा और सीकर सांसद अमराराम भी शिरकत करेंगे।