सोलर कंपनियां इको-सिस्टम और विकास दोनों बनाए रखें” – संभागीय आयुक्त विश्राम मीणा


बीकानेर, 12 जुलाई। संभागीय आयुक्त श्री विश्राम मीणा ने आज कहा कि बीकानेर जिले में सोलर प्लांट कंपनियां इस तरह से काम करें कि इको-सिस्टम भी बना रहे और विकास भी न रुके। उन्होंने चेतावनी दी कि अंधाधुंध पेड़ काटने से भविष्य में गंभीर विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। मीणा शनिवार को संभागीय आयुक्त कार्यालय सभागार में जिले में सोलर प्लांट लगा रही विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों और राजस्व अधिकारियों की संयुक्त बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने जोर देकर कहा कि सोलर कंपनियां जितने पेड़ काट रही हैं, उससे पांच से दस गुना अधिक पेड़ लगाएं।




हर खेत को रास्ता मिले और सीएसआर फंड का हो उपयोग
बैठक में संभागीय आयुक्त ने यह भी निर्देश दिया कि आरटी एक्ट की धारा 251 के तहत हर खेत को रास्ता देने का प्रावधान है, इसलिए किसी भी खेत का रास्ता बंद न किया जाए। यदि कोई प्रोजेक्ट रास्ते में आ रहा है, तो जितना संभव हो सके, रास्ता देने का प्रयास किया जाए। मीणा ने सोलर कंपनियों से अपने सीएसआर फंड (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) का उपयोग आसपास के इलाकों में सामाजिक हित के कार्य करवाने के लिए भी कहा।


अवैध आरा मशीनों पर भी नजर
मीणा ने चिंता व्यक्त की कि पेड़ों की कटाई से कहीं अवैध आरा मशीनें काम करना शुरू न कर दें। उन्होंने राजस्व अधिकारियों से जिले की आरा मशीनों की पूरी जानकारी देने को कहा ताकि अवैध आरा मशीनों पर कार्रवाई की जा सके। बैठक में कुछ सोलर कंपनियों द्वारा पेड़ों को रीलोकेट (स्थानांतरित) करने की अनुमति को लेकर भी चर्चा हुई। इस महत्वपूर्ण बैठक में जिला कलेक्टर श्रीमती नम्रता वृष्णि, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त जसवंत सिंह, एडीएम प्रशासन रामावतार कुमावत, एडीएम सिटी रमेश देव सहित बीकानेर, पूगल, खाजूवाला, छत्तरगढ़, लूणकरणसर, नोखा, कोलायत, बज्जू और डूंगरगढ़ तहसील के एसडीएम, तहसीलदार और इन तहसीलों में लगाए जा रहे विभिन्न सोलर प्लांट्स के कंपनी प्रतिनिधि उपस्थित रहे।