सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज में रैगिंग रोकने के लिए व्यापक कदम, कई समितियों का गठन


बीकानेर, 19 जुलाई। सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज, बीकानेर ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए रैगिंग की रोकथाम हेतु कई बड़े कदम उठाए हैं। कॉलेज प्रशासन ने रैगिंग-मुक्त और सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न समितियों और प्रकोष्ठों का गठन किया है।
आठ समितियां और प्रकोष्ठ गठित
कॉलेज के प्रधानाचार्य एवं नियंत्रक डॉ. गुंजन सोनी ने बताया कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय, एन.एम.सी. नई दिल्ली, राज्य सरकार और राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, जयपुर के निर्देशों का पालन करते हुए कुल आठ समितियों और प्रकोष्ठों का गठन किया गया है। इनमें शामिल हैं: रैगिंग विरोधी समिति, रैगिंग विरोधी दल, परामर्श प्रकोष्ठ, मार्गदर्शन प्रकोष्ठ,
सांस्कृतिक एवं साहित्यिक समिति, खेल-कूद समिति,नव-प्रवेशित एवं वरिष्ठ विद्यार्थियों में परिचय हेतु समिति, रैगिंग विरोधी छात्र समिति




रैगिंग विरोधी समिति का गठन
रैगिंग विरोधी समिति की अध्यक्षता स्वयं डॉ. गुंजन सोनी करेंगे, जबकि डॉ. नीति शर्मा को संयोजक नियुक्त किया गया है। इस समिति में शैक्षणिक अधिकारी डॉ. गौरव शर्मा, जिला प्रशासन से रमेश देव (अतिरिक्त जिला कलेक्टर, नगर), जिला पुलिस प्रशासन से विशाल जांगीड़ (आईपीएस, वृत्त अधिकारी, थाना सदर), डॉ. रेखा आचार्य, सीनियर प्रोफेसर डॉ. बी.के. बीनावरा, डॉ. डी.पी. सोनी, अन्य चिकित्सक शिक्षक, छात्र प्रतिनिधि, अभिभावक, मीडिया प्रतिनिधि और एनजीओ के सदस्य शामिल हैं। छात्रों को समिति के सदस्यों के मोबाइल नंबर उपलब्ध कराए जाएंगे ताकि वे किसी भी परेशानी में सीधे उनसे संपर्क कर सकें।


निगरानी और परामर्श के लिए विशेष दल
रैगिंग विरोधी दल में डॉ. निधि चितलंगिया, डॉ. भागीरथ राम बिश्नोई और डॉ. सुरेंद्र कुमार जीनगर को सुपरवाइजर नियुक्त किया गया है। इस दल में 24 चिकित्सक शिक्षक सदस्य के रूप में शामिल हैं, जो कॉलेज परिसर और आसपास नियमित निगरानी रखेंगे। इसके अतिरिक्त, परामर्श प्रकोष्ठ के चीफ काउंसलर डॉ. हरफूल सिंह और मार्गदर्शन प्रकोष्ठ के कॉर्डिनेटर डॉ. जसकरण सिंह को नियुक्त किया गया है।
स्वस्थ संवाद और छात्र सहभागिता
छात्रों के बीच स्वस्थ संवाद और सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाने के लिए भी समितियां बनाई गई हैं- सांस्कृतिक एवं साहित्यिक समिति की कॉर्डिनेटर डॉ. विवेक सामोर। खेल-कूद समिति के कॉर्डिनेटर डॉ. अभिषेक बिनानी। नव-प्रवेशित एवं वरिष्ठ विद्यार्थियों में परिचय समिति की कॉर्डिनेटर डॉ. सुमिता तंवर। रैगिंग विरोधी छात्र समिति के सुपरवाइजर के रूप में छात्र श्री भीमसेन शर्मा और सुश्री दिव्या चाहर को नियुक्त किया गया है। ये समितियां फ्रेशर्स और वरिष्ठ छात्रों के बीच काउंसलिंग और मार्गदर्शन को बढ़ावा देंगी।
सख्त निर्देश और दंड का प्रावधान
कॉलेज प्रशासन ने सभी कर्मचारियों, अधिकारियों, कैंटीन/मैस कर्मियों और अनुबंधित चौकीदारों को निर्देश दिए हैं कि रैगिंग की किसी भी घटना की तत्काल सूचना प्रशासन को दी जाए। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के निर्देशों के अनुसार, सभी एमबीबीएस छात्रों को रैगिंग में शामिल न होने का वार्षिक अभिकथन (अंडरटेकिंग) प्रस्तुत करना होगा। छात्रों को यह स्पष्ट रूप से बता दिया गया है कि रैगिंग जैसे गंभीर अपराध में शामिल पाए जाने पर एन.एम.सी. के एंटी-रैगिंग विनियमों के तहत कठोर दंड का प्रावधान है। यह पहल कॉलेज परिसर को रैगिंग-मुक्त और सुरक्षित शैक्षणिक माहौल प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।