सरकारी स्कूल के शिक्षक ने छात्रा को दिया प्रेम पत्र, ग्रामीणों ने स्कूल में जड़ा ताला, शिक्षक निलंबित



बीकानेर, 6 अगस्त। बीकानेर जिले के खाजूवाला ब्लॉक स्थित चक 2 केएलडी राजकीय विद्यालय में एक सरकारी शिक्षक सुरेश कुमार द्वारा 11वीं कक्षा की छात्रा को प्रेम पत्र देने का शर्मनाक मामला सामने आया है। इस घटना ने शिक्षा के मंदिर को कलंकित कर दिया है। पीड़ित छात्रा के परिजनों और ग्रामीणों के आक्रोश के बाद शिक्षा विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी शिक्षक को तत्काल निलंबित कर दिया है। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने भी इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
घटना का विवरण और प्रशासनिक कार्रवाई
यह घटना तब सामने आई जब मंगलवार को आरोपी शिक्षक ने छात्रा को प्रेम पत्र दिया और छात्रा ने इसकी जानकारी अपने परिजनों को दी। परिजनों ने तुरंत ग्रामीणों को सूचित किया, जिसके बाद अभिभावकों और स्थानीय लोगों ने विद्यालय पहुंचकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने स्कूल के गेट पर ताला जड़ दिया और शिक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। परिजनों की शिकायत के बाद स्कूल प्रबंधन ने मंगलवार शाम को ही माध्यमिक शिक्षा निदेशालय को इसकी सूचना भेज दी थी। बुधवार सुबह, गुस्साए परिजन और ग्रामीण स्कूल के बाहर जमा हो गए और आरोपी शिक्षक को तुरंत निलंबित करने की मांग करने लगे। जब उनकी बात नहीं सुनी गई, तो उन्होंने स्कूल का गेट बंद कर ताला लगा दिया और धरने पर बैठ गए। अन्य छात्रों के माता-पिता भी प्रदर्शन में शामिल हो गए और सभी ने एक स्वर में कहा कि “बच्चियों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।” हंगामे और तालाबंदी की सूचना मिलते ही दंतौर पुलिस और शिक्षा विभाग से मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (CBEO) मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को मामले की विभागीय जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस आश्वासन के बाद दोपहर में निदेशालय से आरोपी लेक्चरर सुरेश कुमार को निलंबित कर दिया गया और उनका मुख्यालय डूंगरपुर स्थानांतरित कर दिया गया है।




राजस्थान में पहले भी सामने आए ऐसे मामले
यह पहली बार नहीं है जब राजस्थान के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के गलत आचरण के ऐसे मामले सामने आए हैं:


- भरतपुर: बयाना के जैसोरा राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल का एक शिक्षक मजीद खान स्कूल टाइम में बच्चों को मछली पकड़ने के लिए तालाब पर भेजता था। मामला सामने आने पर जिला शिक्षा अधिकारी ने उसे निलंबित कर दिया था।
- भीलवाड़ा: भीलवाड़ा के एक सरकारी स्कूल का शिक्षक नाबालिग के साथ गलत काम करते पकड़ा गया था। ग्रामीणों ने उसे पकड़कर पीटा था, जिसके बाद शिक्षा विभाग ने उसे निलंबित कर दिया था।
- सीकर: नीमकाथाना के सरकारी स्कूल का एक शिक्षक शराब पीकर स्कूल आ गया था। गांववालों ने उसे पकड़ा तो उसने पैर पकड़कर माफी मांगी थी।
ये घटनाएँ सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के आचरण और छात्रों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती हैं। शिक्षा विभाग को राज्य भर में एक सुरक्षित और सम्मानजनक सीखने का माहौल सुनिश्चित करने की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।