बीकानेर में खजूर की खेती को बढ़ावा, स्वच्छता अभियान और पर्यटन विकास पर जोर



बीकानेर, 8 अगस्त। बीकानेर जिले में आज कई महत्वपूर्ण सरकारी घोषणाएं और बैठकें हुईं, जिनमें कृषि विकास, स्वच्छता अभियान और पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया गया। खजूर की खेती को लेकर किसानों में उत्साह देखा गया, वहीं स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर “हर घर तिरंगा, हर घर स्वच्छता” अभियान की शुरुआत की गई।पश्चिमी राजस्थान में खजूर पौधारोपण विस्तार: 65.52 लाख का लक्ष्य- बीकानेर के किसानों के लिए खजूर की खेती अब लाभ का सौदा बन रही है। जिले में 300 हेक्टेयर क्षेत्रफल में खजूर फल बगीचे हैं और इस वर्ष अच्छे उत्पादन तथा बेहतर बाजार भाव (₹60-80 प्रति किलो) ने किसानों का उत्साह बढ़ाया है। किसान प्रति पौधा 80-100 किलो तक फल प्राप्त कर रहे हैं और दिल्ली, चंडीगढ़, हरियाणा, पंजाब जैसे राज्यों में भी विपणन कर रहे हैं।




लक्ष्य और अनुदान: उद्यान आयुक्तालय द्वारा राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत ‘पश्चिमी राजस्थान में खजूर पौधारोपण क्षेत्रफल विस्तार’ के लिए 65.52 लाख रुपये का लक्ष्य मिला है। किसान खजूर बगीचा लगाकर उद्यान विभाग द्वारा देय अनुदान योजना का लाभ ले सकते हैं।


पौधों की आवश्यकता: प्रति हेक्टेयर 148 मादा और 8 नर पौधों सहित कुल 156 पौधों की आवश्यकता होती है। बरही, खुनैजी, मेडजूल, खलास जैसी मादा किस्में और अल-इन-सिटी, घनामी जैसी नर किस्में अनुदान के लिए पात्र हैं।
अनुदान दर: संयुक्त निदेशक उद्यान डॉ. दयाशंकर ने बताया कि खजूर पौधों पर 75 प्रतिशत अनुदान देय है।
टिश्यूकल्चर पौधे: प्रति पौधा ₹3000 या इकाई लागत का 75%, जो भी कम हो।
ऑफशूट पौधे: क्रय मूल्य का 75% (तुरंत अलगाव पर ₹1000 प्रति पौधा, जड़ विकसित होने पर ₹1500 प्रति पौधा)।
अनुदान सीमा: एक किसान को न्यूनतम 0.5 हेक्टेयर और अधिकतम 4.0 हेक्टेयर तक खजूर पौधारोपण पर अनुदान मिलेगा।
आवेदन प्रक्रिया: उद्यान विभाग कार्यालय में आवश्यक दस्तावेजों (खेत की जमाबंदी, नक्शा ट्रेस, सिंचाई स्त्रोत, ड्रिप हेतु आवेदन, मिट्टी-पानी जांच रिपोर्ट, बैंक खाता, आधार/जन आधार) के साथ आवेदन करना होगा। ड्रिप सिंचाई स्थापना अनिवार्य है और इस पर अलग से अनुदान मिलेगा।
पौधों की उपलब्धता: ऑफशूट पौधे राजकीय फार्म सगरा भोजका (जैसलमेर), मैकेनाइज्ड कृषि फार्म खारा (बीकानेर) और राज्य के कृषि विश्वविद्यालयों से प्राप्त किए जा सकते हैं। टिश्यूकल्चर पौधे डी.बी.टी. से एक्रिडिटेड प्रयोगशालाओं या अतुल राजस्थान डेटपाम लि. चौपासनी (जोधपुर) से प्राप्त किए जा सकते हैं।
‘हर घर तिरंगा, हर घर स्वच्छताः स्वतंत्रता के रंग, स्वच्छता के संग’ अभियान
जिला कलेक्टर श्रीमती नम्रता वृष्णि ने ‘हर घर तिरंगा, हर घर स्वच्छताः स्वतंत्रता का उत्सव, स्वच्छता के संग’ पोस्टर का विमोचन किया। यह अभियान 8 से 15 अगस्त तक चलेगा।
उद्देश्य: स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्र के प्रति कृतज्ञता अर्पित करने के साथ-साथ स्वच्छता की अभिनव मुहिम चलाना।
गतिविधियाँ:
- गुरुवार को स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों पर स्वच्छता की शपथ दिलाई गई।
- 9 से 15 अगस्त तक ग्राम पंचायतों में स्वच्छता का सघन अभियान चलेगा।
- जल संग्रहण स्रोतों की सफाई, प्लास्टिक वेस्ट का संग्रहण और उनसे कलात्मक वस्तुओं का प्रदर्शन किया जाएगा। श्रेष्ठ कलाकृति बनाने वालों को जिला स्तर पर सम्मानित किया जाएगा।
हर घर तिरंगा कार्यक्रम 2025: तीन चरणों में आयोजन
भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के निर्देशानुसार, आजादी के अमृत महोत्सव के तहत हर घर तिरंगा कार्यक्रम इस वर्ष 2 से 15 अगस्त तक तीन चरणों में आयोजित किया जा रहा है। जिला कलेक्टर श्रीमती नम्रता वृष्णि ने कार्यक्रम के सफल आयोजन को लेकर बैठक ली।
पंजीयन: जिला कलेक्टर ने आमजन से हर घर तिरंगा वेबसाइट पर तिरंगा वॉलंटियर्स के रूप में खुद का पंजीयन करवाने का आह्वान किया, क्योंकि इसी के आधार पर राज्य की रैंकिंग होगी।
चरण 1 (2-8 अगस्त): स्कूल दीवारों पर तिरंगा सजावट, राजकीय भवनों व शैक्षणिक संस्थाओं में प्रदर्शनी, तिरंगा रंगोली प्रतियोगिता, तिरंगा राखी बनाओ वर्कशॉप व प्रतियोगिता।
चरण 2 (9-12 अगस्त): पहले चरण की गतिविधियों के साथ प्लास्टिक वेस्ट कलेक्शन, गांव-गांव में श्रमदान, जल जीवन मिशन संरचनाओं की सफाई, नाली सफाई, पाइपलाइन में वाटर लीकेज बंद करना, जल संरक्षण, जल व स्वच्छता संबंधी सुविधाओं को देशभक्ति थीम से पेंट करना।
चरण 3 (13-15 अगस्त): सभी राजकीय व निजी कार्यालयों और घरों पर ध्वज फहराया जाएगा। लोगों को ध्वजारोहण के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। राजकीय भवनों की तिरंगा रंग की एलईडी से सजावट, प्रमुख बाजारों में लाइट, रंगोली व दीपक से सजावट की जाएगी।
विशेष आयोजन (13 अगस्त): सुबह 8 से 11 बजे तक हर गांव और वार्ड में तिरंगा यात्रा का आयोजन। दोपहर 1 बजे सभी धर्म के व्यक्तियों व विद्यार्थियों के साथ प्रत्येक ग्राम पंचायत/वार्ड में बाइक रैली, साइकिल रैली, ट्रैक्टर रैली।
अन्य कार्यक्रम: हर ग्राम पंचायत में तिरंगा केनवास, तिरंगा प्रदर्शनी व मेले का आयोजन (13-15 अगस्त)। 14 अगस्त की शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम और 15 अगस्त को ध्वजारोहण कार्यक्रम।
संतृप्ति अभियान: बैंकों और सरकारी योजनाओं से हितधारकों को जोड़ना
नाबार्ड द्वारा ग्राम पंचायत राशीसर में संतृप्ति अभियान के तहत कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य अधिकाधिक हितधारकों को बैंकों से जोड़ते हुए कल्याणकारी योजनाओं का लाभ देना है।
योजनाएँ: इंडियन बैंक शाखा प्रबंधक अमित कटारिया ने पशुपालकों के लिए संचालित इण्डडीजी डेयरी केसीसी योजना (प्रति पशु ₹11,100 ऋण) की जानकारी दी। नाबार्ड जिला विकास प्रबंधक रमेश ताम्बिया ने युवाओं के लिए उद्यमिता विकास कार्यक्रम, पीएम इंटर्नशिप योजना, कुसुम योजना और ग्रामीण युवाओं के लिए नाबार्ड की योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी।
मुख्य उद्देश्य: बैंक खाताधारकों को एक ही स्थान पर सभी बैंकिंग सुविधाएँ उपलब्ध करवाना, बकाया केवाईसी पूरा कर बंद खातों को पुनः चालू करना।
सामाजिक सुरक्षा: खाताधारकों को भारत सरकार की सामाजिक सुरक्षा योजना और पीएम जन-धन योजना से जोड़ा गया।
कृषि और पशुपालन निधि: 1 लाख करोड़ रुपये की कृषि अवसंरचना निधि और 15 हजार करोड़ रुपये की पशुपालन कृषि अवसंरचना विकास निधि (AHIDF) के बारे में जानकारी दी गई। ये योजनाएँ ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यमिता और रोजगार को बढ़ावा देने के लिए ऋण प्रदान करती हैं। लाभार्थियों को बैंक में नियमित चुकौती पर 3% प्रति वर्ष का ब्याज अनुदान मिलेगा।
सुसमा अभियान: छात्राओं को हेलमेट वितरण
सड़क सुरक्षा और महिलाओं की सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए चलाए जा रहे ‘सुसमा अभियान’ के तहत सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया।
- वितरण: शहर के विभिन्न स्कूलों और महाविद्यालयों की छात्राओं को 278 हेलमेट वितरित किए गए।
- जागरूकता: छात्राओं को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक कर स्वयं की सुरक्षा के लिए प्रोत्साहित किया गया।
- अतिथि: मुख्य अभियंता (क्वालिटी कंट्रोल) श्री जसवंत खत्री एवं अतिरिक्त मुख्य अभियंता श्री अमरचंद बाकोलिया मुख्य अतिथि रहे।
जिला पर्यटन विकास समिति की बैठक: पर्यटन को बढ़ावा देने पर जोर
जिला कलेक्टर श्रीमती नम्रता वृष्णि ने जिला पर्यटन विकास समिति की बैठक ली, जिसमें पर्यटन के क्षेत्र में विकास और नाइट टूरिज्म को विकसित करने पर चर्चा हुई।
एमओयू की प्रगति: राइजिंग राजस्थान 2025 के तहत पर्यटन में हुए एमओयू की प्रगति और बजट घोषणा 2024-25 के तहत निर्धारित पर्यटन स्थलों पर विकास कार्यों पर चर्चा। लैंड कन्वर्जन के अटके मामलों को तत्काल निपटाने के निर्देश दिए गए।
स्थानीय चित्रकारी: जिला मुख्यालय के सभी मुख्य मार्गों की सार्वजनिक दीवारों पर राजस्थानी चित्रकारी का प्रस्ताव बनाकर भेजने का निर्णय लिया गया।
हेरिटेज रूट पर सफाई: नगर निगम कमिश्नर श्री मयंक मनीष ने बताया कि हेरिटेज रूट पर सफाई के लिए नगर निगम अलग से टेंडर करेगा।
जूनागढ़ गाइड पास: जूनागढ़ में पंजीकृत गाइडों को रियायती दरों पर मासिक पास जारी करने की अनुशंसा की गई।
अन्य मुद्दे: बाइपास रोड से ऊँट अनुसंधान केंद्र तक क्षतिग्रस्त रोड नई बनाने, चौराहे पर दुर्घटनाएँ रोकने, जूनागढ़ की बाहरी दीवार पर अतिक्रमण हटाने, सीवरेज का पानी खाई में गिरने से रोकने पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए। रायसर में पुलिस चौकी खोलने का प्रस्ताव भी पुलिस अधीक्षक को भेजा जाएगा।