राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र, बीकानेर में स्वतंत्रता दिवस: डॉ. मेहता ने ‘आर्थिक गुलामी’ के खिलाफ दिया सशक्त संदेश

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बीकानेर, 15 अगस्त। राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र, बीकानेर में आज 79वां स्वतंत्रता दिवस बड़े धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर केंद्र के प्रभागाध्यक्ष डॉ. एस.सी. मेहता ने ध्वजारोहण किया और अपने प्रेरणादायक उद्बोधन में देश की प्रगति और चुनौतियों पर प्रकाश डाला।
‘राष्ट्रहित सर्वोपरि’ और आर्थिक स्वायत्तता की बात
डॉ. मेहता ने कहा कि 78 साल पहले हमने राजनीतिक आजादी हासिल की थी, लेकिन आज फिर से एक ऐसा प्रयास किया जा रहा है जिससे हम किसी के आर्थिक रूप से गुलाम बन जाएँ। उन्होंने कहा कि कुछ ताकतें चाहती हैं कि हम उनकी शर्तों पर काम करें, और अगर हम ऐसा नहीं करते तो इसके परिणाम भुगतने होंगे।
डॉ. मेहता ने गर्व व्यक्त किया कि आज देश में एक स्थिर और मजबूत सरकार है, जो बहुत दृढ़निश्चयता से अपने निर्णय लेती है और अपने हर निर्णय में राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखती है।

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नेतृत्व और ‘विकसित भारत’ का संकल्प
इसी दौरान, उन्होंने कमला हैरिस, उषा वेंस, सुनीता विलियम्स, ऋषि सुनक, सुंदर पिचाई, सत्य नडेला जैसे वैश्विक स्तर पर सफल भारतीय मूल के व्यक्तियों का उदाहरण देते हुए कहा कि उन देशों ने अपने लोकतंत्र में कुछ ऐसा किया कि काबिल लोग उचित स्थान तक पहुँचे। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि कुछ मामलों में उन देशों की बात सुनना हमारी “मजबूरी” है।

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डॉ. मेहता ने जोर दिया कि आज हमें अपनी सरकार के ‘विकसित भारत’ के संकल्प को साकार करने के लिए अपना सर्वस्व लगाने की आवश्यकता है। उन्होंने देश की बढ़ती जीडीपी वृद्धि दर का जिक्र किया, जो तेजी से विकास को दर्शाती है। उन्होंने अटल सेतु, चिनाब नदी पर सबसे ऊँचा पुल, कोलकाता में शीघ्र शुरू होने वाली अंडरवाटर मेट्रो, और वंदे भारत ट्रेनों के विस्तार जैसी हालिया उपलब्धियों का भी उल्लेख किया।
उन्होंने आह्वान किया कि हमें कृतसंकल्प होकर स्वतंत्रता की बलिवेदी पर शहीद हुए वीरों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देना चाहिए, और विश्वगुरु बनने की राह पर तेजी से आगे बढ़ना चाहिए।

केंद्र के योगदान और कार्यक्रम
इस अवसर पर डॉ. मेहता ने अपने अनुसंधान केंद्र के अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कार्यों का भी जिक्र किया और उनके योगदान देने वालों को पुरस्कृत किया। कार्यक्रम में रस्साकस्सी का भी आयोजन किया गया और विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।आज के कार्यक्रम का संचालन श्री सुहेब कुरेशी ने किया। केंद्र के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।

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