जोधपुर में सेना भर्ती में दौड़े रहे बीकानेर के युवक की मौत



जोधपुर/ बीकानेर , 23 अगस्त। बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ तहसील के कल्याणसर गांव के रहने वाले 22 वर्षीय मुन्नीराम की जोधपुर में सेना भर्ती के दौरान दौड़ते समय अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। आशंका जताई जा रही है कि उन्हें साइलेंट अटैक आया था।
घटना का विवरण
मुन्नीराम 21 अगस्त को जोधपुर के मंडोर स्थित सीमा सुरक्षा बल (BSF) के कैंपस में भर्ती में शामिल होने गए थे। उनके भाई रामनिवास ने बताया कि दौड़ते समय वो फिनिशिंग लाइन के पास गिर गए। उन्होंने दोबारा उठने की कोशिश की, लेकिन बेहोश होकर गिर पड़े और फिर नहीं उठ पाए।
उन्हें तुरंत मंडोर के अस्पताल ले जाया गया, जहाँ से उन्हें मथुरा दास माथुर (MDM) अस्पताल रेफर किया गया। शुक्रवार (22 अगस्त) सुबह 4 बजे उनकी मृत्यु हो गई। उनके शरीर पर किसी तरह की चोट के निशान या किसी अन्य बीमारी के लक्षण नहीं मिले, जिसके कारण यह आशंका जताई जा रही है कि उनकी मृत्यु साइलेंट अटैक से हुई है।




युवाओं में बढ़ते हार्ट अटैक का खतरा
जयपुर के एसएमएस अस्पताल ने हाल ही में 1901 मरीजों पर एक अध्ययन किया, जिसमें 45 साल से कम उम्र के 28% लोगों की एक धमनी में 25 से 50% तक का ब्लॉकेज पाया गया। डॉक्टरों के अनुसार, सर्दियों में हार्ट अटैक के मामले ज्यादा आते हैं, क्योंकि प्लेटलेट्स की सक्रियता बढ़ जाती है और मुख्य धमनियां सिकुड़ जाती हैं।
एक्सपर्ट्स की सलाह है कि हाई रिस्क ग्रुप वाले लोगों को हर दो साल में और जो लोग हाई रिस्क ग्रुप में नहीं हैं, उन्हें भी 35-40 की उम्र के बाद हर 3 से 5 साल में अपना रूटीन चेकअप कराते रहना चाहिए।
मुन्नीराम अपने परिवार में अपनी माँ और दो बड़े भाइयों के साथ रहते थे। वे बीकानेर में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे। उनके पिता का पहले ही देहांत हो चुका है। शुक्रवार शाम को उनके पैतृक गांव में उनका अंतिम संस्कार किया गया।

