बीकानेर में ‘तप, त्याग की संगीतमाला’ का आयोजन



बीकानेर, 21 सितम्बर। गणिवर्य मेहुल प्रभ सागर के जन्मदिन और साध्वी दीपमाला श्रीजी की 15 दिन की तपस्या के उपलक्ष्य में, ‘तप, त्याग की संगीतमाला’ और सामूहिक ‘दीपक एकासना’ जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इन आयोजनों में संगीत, नाटक और धार्मिक अनुष्ठान शामिल थे, जिन्होंने भक्तों में उत्साह भर दिया।
संगीत और नाटक से गुरु की महिमा
आसानियों के चौक स्थित सूरज भवन में आयोजित संगीतमाला में मुंबई के कलाकार प्रदीप गेगावत, सुनील पारख, और अरिहंत नाहटा ने भक्तिपूर्ण गीतों की प्रस्तुति दी। खरतरगच्छ युवा परिषद, महिला परिषद, और ज्ञान वाटिका के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में, गणिवर्य मेहुल प्रभ सागर के जीवन पर एक फोटो प्रदर्शनी भी लगाई गई। ज्ञान वाटिका के बच्चों ने उनके जीवन पर आधारित एक नाटक प्रस्तुत किया, जिसमें गौतम से गणिवर्य बनने तक के सफर को दर्शाया गया।
साध्वी शंखनिधि श्रीजी ने साध्वी दीपमाला के दीक्षा, त्याग और तपस्या के बारे में जानकारी दी। सामूहिक दीपक एकासना का आयोजन महावीर भवन में हुआ।




511वां भांडाशाह जैन मंदिर ध्वजा उत्सव
श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के तत्वावधान में, 12वीं शताब्दी में बने भांडाशाह जैन मंदिर में 511वां ध्वजा उत्सव मनाया जाएगा। यह मंदिर जैन धर्म के पांचवें तीर्थंकर भगवान सुमति नाथ को समर्पित है।


प्रन्यास के अध्यक्ष हरीश नाहटा ने बताया कि मंदिर का निर्माण लाल बलुआ पत्थर से हुआ है और इसकी नींव में देशी घी का उपयोग किया गया था। इस उत्सव में 18 अभिषेक होंगे और 108 फीट ऊँचे गुंबज पर नई ध्वजाएँ फहराई जाएँगी। उन्होंने बताया कि इस 541 साल पुराने मंदिर में 24 तीर्थंकरों के जीवन को दर्शाने वाले भित्ति चित्र भी हैं।
सोमवार, 22 सितंबर को बच्छावतों के मोहल्ले के वासुपुज्य स्वामी मंदिर में 18 अभिषेक का आयोजन होगा। मंगलवार, 23 सितंबर को साध्वी दीपमाला की तपस्या के अनुमोदनार्थ सांझी का आयोजन और बुधवार को एक शोभायात्रा निकाली जाएगी।