निजी स्कूलों के 12 संगठनों ने एकजुट होकर बनाया “प्राईवेट स्कूल्स फेडरेशन”; बीकानेर के गिरिराज खैरीवाल बने सचिव व जयपुर की हेमलता शर्मा बनीं फेडरेशन की अध्यक्ष


- फेडरेशन ने RTE भुगतान में वृद्धि, फीस एक्ट विसंगतियाँ और डमी स्कूलों पर नकेल कसने के 5 प्रमुख मुद्दों पर संघर्ष का लिया फैसला
बीकानेर, 2 नवंबर। राजस्थान में गैर-सरकारी शिक्षण संस्थाओं के 12 राज्य स्तरीय संगठनों ने अपने हितों की रक्षा और सरकार द्वारा किए जा रहे भेदभाव को हटवाने के लिए एकजुट होकर संयुक्त फोरम “प्राईवेट स्कूल्स फेडरेशन” का सर्वसम्मति से गठन किया है। स्वच्छ शिक्षा क्रांति मिशन के अंतर्गत गठित इस फेडरेशन का सचिव दायित्व बीकानेर के गिरिराज खैरीवाल (पैपा के प्रदेश समन्वयक) को सौंपा गया है, जबकि जयपुर की हेमलता शर्मा (स्कूल क्रांति संघ की प्रदेश अध्यक्ष) को अध्यक्ष चुना गया है। भरतपुर के हरभान सिंह कुंतल को कोषाध्यक्ष बनाया गया है।



जयपुर के होटल ग्रांड सफारी में हुई मैराथन मीटिंग में 10 प्रमुख मुद्दों पर चर्चा हुई, जिनमें से शुरुआत में 5 ज्वलंत मुद्दों पर संघर्ष करने का निर्णय लिया गया। इन मुद्दों में आरटीई की यूनिट कॉस्ट में वृद्धि और बकाया भुगतान, फीस एक्ट की विसंगतियों को दूर करना, टीसी के अधिकार के लिए संघर्ष, अवकाश के अधिकार के लिए प्रयास, और डमी स्कूल्स व कोचिंग्स पर नकेल कसवाना शामिल हैं। फेडरेशन में स्वयंसेवी शिक्षण संस्था संघ, राजस्थान प्राईवेट एज्यूकेशन महासंघ, पैपा (PEIPA) और स्वराज सहित 12 प्रमुख संगठन शामिल हुए हैं, साथ ही NISA (नेशनल इंडिपेंडेंट स्कूल अलायंस) की राजस्थान इकाई ने भी सहमति दी है। इस अवसर पर 7 सदस्यीय बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स, 7 सदस्यीय एडवाइजरी बोर्ड और 25 सदस्यीय प्रबन्धकारिणी का भी सर्वसम्मति से गठन किया गया।











