बीकानेर में सिरेमिक हब पर मंथन संपन्न , विशेषज्ञों द्वारा तैयार ड्राफ्ट जल्द सरकार को जाएगा


- रियायती दर पर जमीन और गैस-पानी की मांग
बीकानेर, 9 नवंबर। माइनिंग इंजीनियर्स एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया (जोधपुर चैप्टर), बीकानेर डिस्ट्रिक्ट माइन ओनर्स एसोसिएशन और बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय ‘औद्योगिक खनिज और सेरेमिक: डाउनस्ट्रीम उद्योग और निवेश के अवसर’ विषयक राष्ट्रीय सम्मेलन रविवार को संपन्न हो गया। समापन समारोह में देशभर के विशेषज्ञों ने बीकानेर को सिरेमिक हब के रूप में विकसित करने की चुनौतियों और समाधानों पर गहन मंथन किया।



उद्यमियों ने उठाई व्यावहारिक समस्याएं
सम्मेलन के अंतिम दिन सेरेमिक उद्यमियों ने स्पष्ट किया कि बीकानेर में औद्योगिक इकाइयां स्थापित करने की सभी योग्यताएं मौजूद हैं और उद्यमी यहाँ उद्यम स्थापित करना भी चाहते हैं, लेकिन कुछ व्यावहारिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। प्रमुख मांगों में रियायती दर पर जमीन, गैस पाइपलाइन, पानी की उपलब्धता और जीएसटी की दरों में कमी शामिल हैं। वक्ताओं ने जोर देकर कहा कि यदि बाड़मेर की रिफायनरी की तर्ज पर बीकानेर के उद्योगों को आवश्यक सहयोग मिले, तो यह क्षेत्र मोरबी को पीछे छोड़कर इटली के मिलान की बराबरी कर सकता है।



तकनीकी सत्रों में नवीन दृष्टिकोण
अंतिम दिन दो तकनीकी सत्र और एक राउंड टेबल डिस्कशन हुआ। बीकानेर डिस्ट्रिक्ट माइन ऑनर्स एसोसिएशन के चेयरमैन राजेश चूरा ने कहा कि बीकानेर की मिट्टी और खनिज सिरेमिक उद्योग के लिए वरदान हैं और उचित नीति व निवेश से यह क्षेत्र अग्रणी इंडस्ट्रियल हब बन सकता है। एमबीएम यूनिवर्सिटी के प्रो. रामप्रसाद चौधरी ने एआई आधारित तकनीकों से खनिज संसाधनों की पहचान और गुणवत्ता परीक्षण में पारदर्शिता बढ़ाने की बात कही। डूंगर कॉलेज के प्रो. देवेश खंडेलवाल ने कच्चे माल की प्रचुरता को रेखांकित करते हुए सही दिशा और नीति की आवश्यकता जताई।
निष्कर्ष रिपोर्ट जाएगी केंद्र-राज्य सरकार को
समापन सत्र में वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो. ए.के. गुप्ता ने घोषणा की कि सम्मेलन में व्यक्त किए गए विशेषज्ञों के विचारों को आधार बनाकर एक निष्कर्ष रिपोर्ट (ड्राफ्ट) तैयार की जाएगी। इस रिपोर्ट में बीकानेर को सिरेमिक और खनिज उद्योग के डाउनस्ट्रीम हब के रूप में विकसित करने के सभी आवश्यक सुझाव शामिल होंगे, जिसे बाद में केंद्र और राज्य सरकार को भेजा जाएगा। इस दौरान खनन उद्यमियों और तकनीकी विशेषज्ञों ने बीकानेर को सिरेमिक हब बनाने के लिए ऊर्जा और संसाधन समर्पित करने की शपथ ली।








