बाबा गंगाईनाथ जी का 42वां निर्वाण दिवस कल, साधु-संतों का आगमन शुरू


बीकानेर, 13 दिसंबर। परम श्रद्धेय बाबा गंगाईनाथ जी महाराज का42वां निर्वाण दिवस सोमवार 15 दिसंबर को जामसर स्थित बाबा की समाधि स्थल पर धार्मिक श्रद्धा, आस्था और उल्लास के साथ मनाया जाएगा। इस दो दिवसीय धार्मिक कार्यक्रमों की श्रृंखला रविवार से प्रारंभ हो गई है।
दो दिवसीय कार्यक्रमों की रूपरेखा
बाबा गंगाईनाथ समाधि स्थल सेवा समिति के अध्यक्ष एडवोकेट सुरेन्द्रपाल शर्मा ने बताया कि निर्वाण दिवस से जुड़े सभी कार्यक्रमों की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है।



रविवार: देर अपराह्न समाधि स्थल पर सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया जाएगा, जिसके पश्चात देर शाम एक विशाल जागरण आयोजित होगा। जागरण में ख्यातिप्राप्त भजन-भक्ति गायक अपनी सुमधुर प्रस्तुतियों से श्रद्धालुओं को भावविभोर करेंगे।



सोमवार (निर्वाण दिवस): प्रातः बाबा की समाधि पर अभिषेक, विशेष पूजा-अर्चना एवं ज्योत प्रज्वलन किया जाएगा। इसके पश्चात विशाल भंडारे का आयोजन होगा, जिसमें देश-प्रदेश से आने वाले हजारों श्रद्धालुओं को सम्मानपूर्वक भोजन कराया जाएगा।
साधु-संतों और श्रद्धालुओं का आगमन
निर्वाण दिवस के अवसर पर राजस्थान सहित विभिन्न प्रदेशों से साधु-संतों एवं महात्माओं का आगमन प्रारंभ हो चुका है। समिति द्वारा साधु-संतों एवं हजारों श्रद्धालुओं के लिए ठहराव, भोजन एवं अन्य आवश्यक सुविधाओं की समुचित व्यवस्थाएं की गई हैं। भंडारे के पश्चात साधु-संतों को समिति की ओर से दक्षिणा एवं वस्त्र भी भेंट किए जाएंगे।
समिति अध्यक्ष ने बताया कि इस अवसर पर हजारों श्रद्धालुओं के समाधि स्थल पर धोक लगाने की संभावना है। बुजुर्ग सदस्यों के मार्गदर्शन में युवाओं को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं, जिससे यह आयोजन सुव्यवस्थित एवं भव्य रूप से संपन्न हो सके। इस दौरान शास्त्री श्यामसुन्दर ओझा, योगेन्द्र कुमार शर्मा, मोहनलाल, हिम्मतसिंह बैद, विजेन्द्रसिंह सैनी सहित अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे।








