बीकानेर नाल एयरपोर्ट पर फ्रांसीसी दंपती डिटेन, संदिग्ध वन्यजीव ट्रॉफी जब्त


बीकानेर, 14 दिसंबर। बीकानेर के नाल सिविल एयरपोर्ट पर शनिवार को चेकिंग के दौरान एक फ्रांसीसी दंपती को उस समय हिरासत में लिया गया, जब उनके लगेज से एक संदिग्ध ट्रॉफी बरामद हुई। इस ट्रॉफी में हिरण के सींग और हड्डियों के इस्तेमाल की आशंका जताई जा रही है, जिसके बाद वन्यजीव अंगों के अवैध उपयोग को लेकर जांच शुरू कर दी गई है।



वन विभाग ने ट्रॉफी जब्त की, जांच शुरू
सूचना मिलते ही वन विभाग के अधिकारी तत्काल एयरपोर्ट पहुँचे और संदिग्ध ट्रॉफी को जब्त कर लिया गया।
निगरानी: प्रारंभिक पूछताछ के बाद, फ्रांस के रहने वाले इस दंपती को फिलहाल बीकानेर में ही रुकने के निर्देश दिए गए हैं। वर्तमान में यह पूरा मामला वन विभाग की निगरानी में है और जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
शिकारियों से खरीद की आशंका: जानकारी के अनुसार, यह दंपती शनिवार को नाल एयरपोर्ट से दिल्ली जाने के लिए चेक-इन कर रहा था, तभी एयरपोर्ट स्टाफ को उनके बैग में यह संदिग्ध वस्तु मिली।



वैज्ञानिक जाँच के लिए देहरादून भेजा जाएगा सैंपल
वन मंडल बीकानेर के डीएफओ वेंकटेश्वर ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि संदिग्ध ट्रॉफी को प्रारंभिक जांच के लिए राजूवास (राज्य पशु चिकित्सा प्रयोगशाला) भेजा गया।
हड्डी की पुष्टि: प्रारंभिक जांच में ट्रॉफी में हड्डी का एक टुकड़ा होने की पुष्टि हुई है। अब इस सैंपल को देहरादून स्थित प्रयोगशाला भेजा जाएगा।
कड़ी कार्रवाई की चेतावनी: डीएफओ ने स्पष्ट किया कि वैज्ञानिक जांच के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि यह किस जानवर का अंग है। यदि जांच में यह वन्यजीव का अंग पाया गया, तो दंपती के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
नागालैंड से खरीदने का दावा
पूछताछ में दोनों विदेशी नागरिकों ने बताया कि वे भारत भ्रमण पर आए थे और उन्होंने यह ट्रॉफी नागालैंड में आयोजित एक प्रदर्शनी से खरीदी थी। वे शुक्रवार को बीकानेर पहुँचे थे और शनिवार को दिल्ली के लिए रवाना हो रहे थे। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए संबंधित दूतावास (एंबेसी) को भी इसकी जानकारी दे दी गई है। इस बीच, घटना की जानकारी मिलने पर वन्यजीव प्रेमियों ने मोखराम धारणिया के नेतृत्व में वन विभाग कार्यालय के बाहर धरना दिया। सदर थानाधिकारी सुरेन्द्र पचार ने मौके पर पहुँचकर प्रदर्शनकारियों से समझाइश की और मामला शांत कराया।
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