रूस-यूक्रेन युद्ध में बीकानेर के लाल की मौत: ‘आखिरी वीडियो’ के तीन महीने बाद लौटा अजय का पार्थिव देह


बीकानेर, 17 दिसंबर। रूस-यूक्रेन युद्ध की विभीषिका ने बीकानेर के एक और होनहार युवक को लील लिया है। जिले के अर्जुनसर गांव निवासी 22 वर्षीय अजय गोदारा की युद्ध के मैदान में मौत हो गई। बुधवार सुबह अजय का पार्थिव देह दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उसके पैतृक गांव पहुँचा, जहाँ गमगीन माहौल में उसका अंतिम संस्कार किया गया। अजय की मौत की खबर ने पूरे जिले को झकझोर कर रख दिया है, विशेषकर उसके द्वारा तीन महीने पहले भेजे गए वे वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिनमें उसने अपनी मौत की आशंका जताई थी।


अब फोन न आए तो समझना मर गया”
अजय गोदारा नवंबर 2024 में लैंग्वेज कोर्स की पढ़ाई करने मास्को गया था, लेकिन वहां उसके साथ धोखा हुआ। अजय ने 11 सितंबर को परिवार को दो वीडियो भेजे थे, जिनमें उसने आपबीती सुनाई थी। उसने बताया था कि रूसी सरकार ने उन्हें ट्रेनिंग के नाम पर जबरन यूक्रेन के युद्ध क्षेत्र में भेज दिया है। वीडियो में अजय ने कहा था, “हमारे साथ धोखा हुआ है, हम यूक्रेन की जमीन पर हैं। रूसी सेना ने साफ कह दिया है कि एक बार परिवार से बात कर लो, शायद यह मेरा आखिरी वीडियो हो।” उसने यह भी बताया था कि उसके सामने ही मिसाइलें दागी गईं और उसके साथी मारे गए। 22 सितंबर को परिवार से उसकी आखिरी बार बात हुई थी, जिसके बाद से वह लापता था।


बेकद्री की हालत में मिला शव, परिजनों में रोष
अजय को वापस भारत लाने के लिए परिजनों ने केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल सहित उच्चाधिकारियों से गुहार लगाई थी। 10 दिसंबर को रूस से फोन आने पर उसकी मौत की पुष्टि हुई। बुधवार को जब शव गांव पहुँचा, तो परिजनों ने गहरी नाराजगी व्यक्त की। परिजनों का आरोप है कि अजय का शव पूरी तरह सड़ चुका था और उसे बहुत ही बेकद्री की हालत में भेजा गया। शव की स्थिति इतनी खराब थी कि चेहरा दिखाकर उसे तुरंत ढकना पड़ा। अजय की मौत कब और किन परिस्थितियों में हुई, इस बारे में अभी भी स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है, जिससे परिवार और ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।








