एसजेपीएस में अंतरराष्ट्रीय शतरंज दिवस पर विद्यालय स्तर पर एक भव्य शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन


– “यह मस्तिष्क का खेल ही नहीं अपितु जीवन की चुनौतियों का हल ढूंढने में भी सक्षम – अनिल बोडा




बीकानेर, 19 जुलाई। श्री जैन पब्लिक स्कूल (एसजेपीएस), बीकानेर में अंतरराष्ट्रीय शतरंज दिवस की पूर्व संध्या पर विद्यालय स्तर पर एक भव्य शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
तीन वर्गों में हुई प्रतियोगिता
मुख्य अतिथि अनिल बोडा (डिप्टी डीईओ सेकेंडरी फिजिकल एजुकेशन) की उपस्थिति में यह प्रतियोगिता तीन वर्गों – जूनियर, सब-जूनियर और सीनियर वर्ग में आयोजित की गई। शाला प्रशिक्षक शिव शंकर बोडा और खेल प्रभारी हनी माथुर के कुशल निर्देशन और सतत प्रयासों से प्रतियोगिता सफलतापूर्वक संपन्न हुई।


विभिन्न वर्गों में विजेता छात्र/छात्राएं इस प्रकार रहे:
जूनियर वर्ग– छात्र: रुद्रांश रंगा (प्रथम), युग बछावत (द्वितीय), दिव्यम (तृतीय), छात्रा: कीर्ति व्यास (प्रथम), दीक्षिता पारीक (द्वितीय), प्रव्या व्यास (तृतीय)
सब-जूनियर वर्ग: छात्र: चेतन व्यास (प्रथम), भाविक दमानी (द्वितीय), यशवर्धन सिंह (तृतीय), छात्रा: नेहल जैन (प्रथम), मुस्कान बोथरा (द्वितीय), महक बोथरा (तृतीय), सीनियर वर्ग: छात्र: उदय शेट्टी (प्रथम), धरणेँद्र चौरड़िया (द्वितीय), केशव नारायण हर्ष (तृतीय), छात्रा: अवंतिका जोशी (प्रथम), निहारिका जांदू (द्वितीय), काशवी गर्ग (तृतीय)
शतरंज मस्तिष्क विकास और जीवन कौशल का साधन
मुख्य अतिथि अनिल बोडा ने विद्यालय द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता की सराहना की। उन्होंने प्रतिभागियों को प्रेरित करते हुए कहा कि शतरंज केवल मस्तिष्क के विकास का खेल ही नहीं है, बल्कि यह जीवन की मुश्किलों से उबरने में भी सहायक है। उन्होंने इसे एकाग्रता और धैर्य शक्ति के साथ जीवन कौशल प्रबंधन से देश का नाम रोशन करने हेतु प्रेरित किया। शालाध्यक्ष विजय कुमार कोचर ने विद्यार्थियों के खेल उत्साह पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि एक कुशल खिलाड़ी के लिए यह खेल अपने घर-परिवार और देश की सुरक्षा को योजनाबद्ध तरीके से सुरक्षित करने में अहम सहयोगी है।
स्वागत और आभार
शाला परिवार की ओर से शालाध्यक्ष, सचिव सीए माणक कोचर और प्रधानाचार्या रूपश्री सिपानी ने मुख्य अतिथि अनिल बोडा का माल्यार्पण कर स्वागत किया और कार्यक्रम में पधारकर प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करने के लिए हार्दिक आभार प्रकट करते हुए स्मृति चिह्न भेंट किया। शाला सीईओ सीमा जैन ने सभी विजेताओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए शुभकामनाएं प्रेषित कीं।