बीकानेर में जीवाश्मों की अद्भुत प्रदर्शनी: जुरासिक और टर्शियरी काल के दुर्लभ अवशेष प्रदर्शित


बीकानेर, 19 जुलाई। अजित फाउण्डेशन द्वारा आज जीवाश्मों की एक विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी में प्रसिद्ध जीव विज्ञानी डॉ. राकेश हर्ष द्वारा एकत्रित और शोधपरक जीवाश्मों को अवलोकन के लिए प्रदर्शित किया गया।
करोड़ों वर्ष पुराने जीवाश्मों का प्रदर्शन
डॉ. राकेश हर्ष ने बताया कि प्रदर्शनी में जुरासिक काल (लगभग 15 से 20 करोड़ वर्ष पूर्व) और टर्शियरी काल (7 से 9 करोड़ वर्ष पूर्व) के जीवाश्मों को शामिल किया गया है। जुरासिक काल के जीवाश्म शोध के दौरान झारखंड से एकत्रित किए गए हैं, जबकि टर्शियरी काल के जीवाश्म बीकानेर से प्राप्त हुए हैं। इन जीवाश्मों में अनावृतबीजी पादप (जिम्नोस्पर्म) और टेरिडोफाइटा (फर्न आदि) के अवशेष प्रमुख हैं। विशेष रूप से, टर्शियरी काल के आवृतबीजी पादप (एंजियोस्पर्म) जीवाश्म लकड़ी के हैं। प्रदर्शनी में आए शोधार्थियों और गणमान्य व्यक्तियों ने पहली बार इस तरह के दुर्लभ जीवाश्मों को प्रत्यक्ष देखा, जो उनके लिए एक अनूठा अनुभव था।




कल होगा ‘जीवाश्म: बीते कल की कहानी’ पर संवाद
संस्था समन्वयक संजय श्रीमाली ने बताया कि कल, ‘जीवाश्म: बीते कल की कहानी’ विषय पर सायं 5:30 बजे डॉ. राकेश हर्ष का एक विशेष संवाद सत्र आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर डॉ. अजय जोशी, प्रेमनारायण व्यास, मोहम्मद फारूक, रामगोपाल व्यास, राधेश्याम जोशी, प्रियांशु हर्ष, रामनारायण, खुशबू, कमला स्वामी, युवराज, एंजल सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

