बीकानेर के नेत्रहीन विद्यालय को मिली राज्य सरकार से छात्रावास निर्माण की मंजूरी


मूंधड़ा फाउंडेशन बनाएगा दिव्यांग बेटियों के लिए छात्रावास




बीकानेर, 31 जुलाई। बीकानेर के पटेल नगर स्थित राजकीय नेत्रहीन छात्रावासित उच्च माध्यमिक विद्यालय को राज्य सरकार से बड़ी मंजूरी मिल गई है। सी. एम. मूंधड़ा फाउंडेशन अब इस विद्यालय में दिव्यांग बालिकाओं के लिए एक छात्रावास का निर्माण करेगा, जिससे उन्हें समाज की मुख्य धारा में लाने के प्रयासों को बल मिलेगा।
शिक्षा से वंचित दिव्यांग बालिकाओं को मिलेगा सहारा
कन्हैयालाल मूंधड़ा (मुख्य ट्रस्टी, सी. एम. मूंधड़ा फाउंडेशन) और श्रीकिशन मूंधड़ा ने बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस प्रकल्प को हाथ में लिया है। राजकीय नेत्रहीन छात्रावासित उच्च माध्यमिक विद्यालय संभाग का एकमात्र ऐसा विद्यालय है, जहाँ पहले बच्चियों के वहीं रहकर पढ़ने की व्यवस्था नहीं थी। फाउंडेशन के सदस्यों के विद्यालय दौरे के दौरान, प्रधानाचार्य अल्ताफ अहमद ने छात्राओं के लिए छात्रावास बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि विद्यालय की स्थापना 1966 में प्राथमिक विद्यालय के रूप में हुई थी, और वर्तमान में यहाँ 84 छात्र-छात्राएँ अध्ययनरत हैं। हाल ही में यह विद्यालय उच्च प्राथमिक स्तर से उच्च माध्यमिक स्तर पर क्रमोन्नत हुआ है। संभाग तथा अन्य शहरों से आने वाली छात्राओं के लिए छात्रावास न होने के कारण वे नियमित रूप से अध्ययन नहीं कर पा रही थीं।
सरकार और फाउंडेशन के सहयोग से साकार हुआ सपना
भामाशाह कन्हैयालाल मूंधड़ा और ट्रस्ट प्रतिनिधि द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने छात्रावास निर्माण के लिए राज्य सरकार से सहमति माँगी। इस पहल में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर और बीकानेर जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि का सकारात्मक सहयोग रहा।


ट्रस्ट प्रतिनिधि द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने बताया कि ज्ञान संपर्क पोर्टल पर इस निर्माण स्वीकृति का बिंदु उठाया गया था। 15 जुलाई 2025 को आयोजित एक बैठक में भारत सरकार एवं राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों व निर्माण मानकों के अनुरूप निर्माण करवाए जाने की स्वीकृति को अनुमोदित कर दिया गया। आज, 31 जुलाई 2025 को, निर्माण कार्य करवाने के आदेश भी जारी हो चुके हैं। अब जल्द ही सी. एम. मूंधड़ा फाउंडेशन द्वारा इसका निर्माण कार्य शुरू करवा दिया जाएगा। इस अवसर पर शाला प्रधानाध्यापक अल्ताफ अहमद और शाला से जुड़े बाबूलाल सांखला ने मूंधड़ा फाउंडेशन का आभार व्यक्त किया।