नासिक में उठा बीकानेर गोचर-ओरण का मुद्दा, संत-महात्माओं ने बीकानेर कूच करने की सहमति दी


बीकानेर/नासिक, 16 दिसंबर। महाराष्ट्र के नासिक में आयोजित दो दिवसीय अखिल भारतीय संत समिति की राष्ट्रीय चिंतन बैठक में बीकानेर के गोचर (चरागाह) और ओरण (देवभूमि) संरक्षण का मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया। उपस्थित संत समाज ने इसे राष्ट्रीय मुद्दा मानते हुए आंदोलन में शामिल होने की सहमति दी है।
गोचर-ओरण राष्ट्रीय मुद्दा, संत समाज रहेगा अग्रणी
मुद्दा साझा: अखिल भारतीय संत समिति के सहमंत्री श्री सरजूदासजी महाराज ने इस राष्ट्रीय चिंतन बैठक में बीकानेर के गोचर व ओरण मुद्दे को साझा किया।


सहमति: गोचर व ओरण के संरक्षण हेतु उपस्थित सभी संत-महात्माओं ने इस पर गंभीरता दिखाते हुए यह घोषणा की कि जरूरत पड़ने पर वे बीकानेर कूच करने और आंदोलन में शामिल होने के लिए सहमत हैं।


राष्ट्रीय महत्व: श्री सरजूदासजी महाराज ने जोर देकर कहा कि गोचर व ओरण मुद्दा केवल बीकानेरवासियों के लिए नहीं, बल्कि राष्ट्रीय मुद्दा है। उन्होंने कहा कि गौमाता के संरक्षण हेतु संत-समाज सदैव अग्रणी रहेगा।
धर्म, राष्ट्र, और संस्कृति पर विचार-मंथन
राष्ट्रीय चिंतन बैठक का आयोजन अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत श्री अविचंददासजी महाराज और राष्ट्रीय महामंत्री संत श्री जितेन्द्र पुरी महाराज के सान्निध्य में हुआ।इस दौरान देशभर से पधारे पूज्य संत-महात्माओं ने धर्म, राष्ट्र, समाज एवं संस्कृति से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर गहन विचार-मंथन किया।बैठक के दौरान 2027 में नासिक में होने वाले सिंहस्थ महाकुंभ मेले हेतु मेला प्रभारी गिरीश महाजन जी ने 50,000 वृक्षारोपण कार्यक्रम का शुभारम्भ भी किया।
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