बीकानेर में सोलर प्लांट पर खूनी संघर्ष: स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं देने पर दो पक्ष भिड़े



बीकानेर, 18 सितंबर। बीकानेर के छत्तरगढ़ थाना क्षेत्र में एक सोलर प्लांट पर स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं दिए जाने के विवाद ने खूनी संघर्ष का रूप ले लिया। केला गांव में स्थित इस सोलर प्लांट में ग्रामीणों और प्रबंधन के बीच लंबे समय से चल रहा विवाद बुधवार को हिंसक झड़प में बदल गया। इस दौरान दोनों पक्षों के करीब आधा दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।




क्या है पूरा मामला?
ग्रामीणों का आरोप है कि सोलर प्लांट का प्रबंधन स्थानीय युवाओं को नौकरी देने के बजाय बाहरी लोगों को काम पर रख रहा है, जिससे उनमें काफी समय से गुस्सा था। वहीं, प्लांट प्रबंधन का कहना है कि नियुक्तियाँ केवल योग्यता और चयन प्रक्रिया के आधार पर की जाती हैं।


यह विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों में जमकर लाठी-डंडों से मारपीट हुई। सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें लोग गाड़ियों में भरकर लाठियां लिए आते दिख रहे हैं, जबकि कुछ लोग खून से लथपथ नजर आ रहे हैं। झगड़े में कई लोगों के सिर फूट गए और उन्हें गंभीर चोटें आईं।
पुलिस की कार्रवाई और एफआईआर
- घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस ने घायलों को तुरंत अस्पताल पहुँचाया। इस मामले में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
- अशोक नाथ (श्रीडूंगरगढ़ निवासी) ने 12 लोगों के खिलाफ रास्ता रोककर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया है।
दूसरे पक्ष के लियाकत अली (छत्तरगढ़ निवासी) ने प्रेम नाथ और उनके साथियों समेत 8 लोगों पर मारपीट का आरोप लगाया है। पुलिस ने दोनों मामलों को दर्ज कर लिया है और पूरे घटनाक्रम की गहनता से छानबीन कर रही है।