सावधान! ट्रेन में इलेक्ट्रिक केतली या हीटर ले जाना पड़ेगा भारी: हो सकती है कड़ी सजा और जुर्माना


नई दिल्ली, 23 नवंबर । भारतीय रेलवे ने यात्रियों को ट्रेन के डिब्बों में इलेक्ट्रिक केतली, इंडक्शन, हीटर या अन्य हाई-वॉटेज उपकरण इस्तेमाल करने के खिलाफ सख्त चेतावनी दी है। हाल ही में एक महिला यात्री द्वारा कोच में इलेक्ट्रिक केतली लगाकर मैगी बनाने की घटना सामने आने के बाद रेलवे ने इस गंभीर सुरक्षा खतरे को लेकर कार्रवाई की है।
हाई-वॉटेज उपकरण क्यों हैं खतरनाक?
रेलवे के अनुसार, ट्रेन की पावर सप्लाई और कोच की वायरिंग केवल लो-वॉटेज डिवाइस जैसे मोबाइल, लैपटॉप या पावर बैंक के इस्तेमाल के लिए डिज़ाइन की गई होती है। इलेक्ट्रिक केतली जैसे हाई-वॉटेज उपकरण अचानक ज्यादा लोड खींचते हैं, जिससे ओवरलोडिंग, शॉर्ट सर्किट, धुआं फैलने और आग जैसी गंभीर दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। चूँकि ट्रेन एक सार्वजनिक सेवा है, इसलिए रेलवे इसे यात्रियों और ट्रेन की सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा मानता है।



रेलवे एक्ट के तहत कड़ी सजा का प्रावधान



रेलवे ने स्पष्ट किया है कि ऐसे उपकरणों का इस्तेमाल करने पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी:
- सेक्शन 153: किसी भी हाई-वॉटेज उपकरण का उपयोग करने पर जुर्माना और छह महीने तक की सजा हो सकती है।
- सेक्शन 154: यदि इस हरकत से कोच में आग या धुआं फैलता है, तो जुर्माना और दो साल तक की सजा का प्रावधान है।
रेलवे ने यात्रियों को यह संदेश दिया है कि ट्रेन में केवल सुरक्षित उपकरण ही इस्तेमाल करें, क्योंकि किसी भी नियम का उल्लंघन यात्रियों और ट्रेन की सुरक्षा दोनों के लिए बड़ा खतरा है।








