सीएम भजनलाल शर्मा बीकानेर में, भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर जवानों से मिले; ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सराहना



बीकानेर, 14 अगस्त। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा आज बीकानेर पहुँचे। विशेष विमान से वे नाल हवाई अड्डे पर उतरे, जहाँ सीमा सुरक्षा बल (BSF) के अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। इस दौरान उनके साथ केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल भी मौजूद थे।
खाजूवाला बॉर्डर पर जवानों से मुलाकात
मुख्यमंत्री शर्मा नाल हवाई अड्डे से सीधे खाजूवाला बॉर्डर के लिए रवाना हुए और कोड़ेवाला पोस्ट पर पहुँचे। यहाँ उन्होंने भारत-पाकिस्तान सीमा का दूरबीन से अवलोकन किया। उन्होंने BSF जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में सेना के जवानों की बड़ी भूमिका रही है।मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बीकानेर के खाजूवाला स्थित कोडेवाला आउट पोस्ट पर सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमारे जवान अपने अदम्य साहस और बलिदान से बर्फीली वादियों से लेकर तपते मरुस्थल तक देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं। सीएम ने BSF को दुनिया के सबसे बड़े और अनुशासित सीमा रक्षक बलों में से एक बताते हुए उनकी देश सेवा की भावना की सराहना की।




BSF की वीरता और समर्पण की प्रशंसा
मुख्यमंत्री ने 79वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर BSF जवानों को शुभकामनाएँ दीं और उनके बीच आकर गर्व व प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने BSF की स्थापना (1 दिसंबर 1965) से लेकर अब तक भारत-पाकिस्तान और भारत-बांग्लादेश सीमाओं की सुरक्षा में किए गए कार्यों की सराहना की। शर्मा ने 1971 के भारत-पाक युद्ध में BSF के योगदान और हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकवादियों को नाकाम करने के लिए जवानों को बधाई दी।



सामाजिक सेवा में BSF का योगदान
सीएम ने बताया कि BSF केवल सीमा सुरक्षा में ही नहीं, बल्कि सामाजिक सेवा के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि BSF स्थानीय लोगों, प्रशासन और संस्थाओं के साथ समन्वय बनाकर युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों, सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ जागरूक कर रही है और विभागीय भर्तियों के लिए प्रोत्साहित कर रही है। मुख्यमंत्री ने मरुभूमि में साढ़े छह लाख पौधे लगाने के BSF के प्रयास को पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
नाल में तिरंगा यात्रा और महाराजा गंगा सिंह यूनिवर्सिटी में बैठक
बॉर्डर से लौटने के बाद मुख्यमंत्री नाल गाँव में आयोजित तिरंगा यात्रा में शामिल हुए। यह यात्रा नाल के मुख्य मार्ग पर निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में लोग हाथों में तिरंगा लिए “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम्” के नारे लगाते हुए निकले। मुख्यमंत्री ने भी अपने हाथ में तिरंगा लिया।
तिरंगा यात्रा के बाद, मुख्यमंत्री महाराजा गंगा सिंह यूनिवर्सिटी पहुँचे, जहाँ उन्होंने विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस कार्यक्रम में अधिकारियों के साथ बैठक की और संगोष्ठी को संबोधित किया।
विभाजन को बताया राजनीतिक त्रासदी
महाराजा गंगा सिंह यूनिवर्सिटी में आयोजित संगोष्ठी में मुख्यमंत्री ने देश के विभाजन को एक त्रासदी और कांग्रेस की राजनीतिक स्वार्थ का परिणाम बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि देश के लोगों ने जिस समर्पण भाव से आज़ादी की लड़ाई लड़ी थी, उसी लड़ाई के बाद कांग्रेस ने देश का विभाजन करने में सहयोग किया। मुख्यमंत्री ने कहा, “इस देश के अंदर हूर (आक्रमणकारी) आए, अंग्रेज़ आए, लेकिन हमने कभी हार नहीं मानी। हमारे बुजुर्गों और महापुरुषों ने लड़ाई लड़ी। उन्होंने अपने आप को माँ भारती को समर्पित कर दिया। ये लड़ाई आने वाली पीढ़ी के लिए लड़ी गई।” उन्होंने विभाजन को “विश्व का सबसे बड़ा नरसंहार” बताया और आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी की राजनीतिक महत्वाकांक्षा ने इस “काँटे को बोने का काम किया।”
मुख्यमंत्री ने जवाहरलाल नेहरू को कश्मीर में धारा 370 का जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने धारा 370 समाप्त करने का काम किया। उन्होंने CAA कानून का भी जिक्र किया और बताया कि इस कानून से नागरिकता और घर देने का काम भी हुआ। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था कि बँटवारा होगा तो मेरी लाश पर होगा, लेकिन कांग्रेस ने उनका अपमान किया और विभाजन करवाया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस वाले अभी भी पाकिस्तान की भाषा बोलते हैं।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ और सेना का सम्मान
मुख्यमंत्री ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का भी उल्लेख किया और कहा कि पीएम मोदी ने आतंकियों को वहीं मारा और उनके एयरबेस खत्म किए। उन्होंने कहा कि कितने ड्रोन आए, लेकिन एक भी ज़मीन पर गिरने नहीं दिया। उन्होंने युवा पीढ़ी को यह बताने का आह्वान किया कि स्वार्थ के खातिर कांग्रेस ने देश को बाँटने का काम किया। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने मुख्यमंत्री को बताया कि विभाजन विभीषिका का दर्द बीकानेर के मोहता परिवार ने महसूस किया है, जिन्हें मोहम्मद अली जिन्ना की वजह से अपना कारोबार छोड़कर आना पड़ा था।
स्वागत और धन्यवाद ज्ञापन
मीडिया संयोजक कमल गहलोत ने बताया कि स्वागत भाषण में शहर अध्यक्ष सुमन छाजेड़ ने बीकानेर शहर की तरफ से मुख्यमंत्री को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर बीकानेर आने के लिए धन्यवाद दिया और बीकानेर शहर के बड़ी संख्या में आए कार्यकर्ताओं का आभार जताया। धन्यवाद भाषण देहात जिला अध्यक्ष श्याम पंचारिया ने दिया। मंच संचालन जिला प्रभारी दशरथ सिंह ने किया। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुमित गोदारा, राम गोपाल सुथार, विधायक सिद्धि कुमारी, जेठानंद व्यास, अंशुमान सिंह भाटी, ताराचंद सारस्वत, विश्वनाथ मेघवाल, पूर्व विधायक बिहारीलाल विश्नोई, अभिनेष महर्षि, चम्पालाल गैदर, प्रदेश मंत्री विजेंद्र पूनिया, अविनाश जोशी, सुशीला राजपुरोहित, राजेंद्र पंवार, श्याम सिंह हाड़ला, कौशल शर्मा, दीपक पारीक सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।