ज्ञान वाटिका वार्षिकोत्सव में संस्कारों की रंगारंग प्रस्तुति


- गणिवर्य मेहुल प्रभ सागर ने कहा- बच्चों को धर्म और संस्कृति से जोड़ें अभिभावक
बीकानेर , 2 नवंबर। संबोधि चातुर्मास के तहत गणिवर्य मेहुल प्रभ सागर ., मुनि मंथन प्रभ सागर, बाल मुनि मीत प्रभ सागर तथा साध्वी दीपमाला श्रीजी व शंख निधि जी के सान्निध्य में धार्मिक संस्था ज्ञान वाटिका का वार्षिकोत्सव रविवार को रांगड़ी चौक की तपागच्छीय पौषधशाला में धूमधाम से आयोजित किया गया। श्री सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट और अखिल भारतीय खरतरगच्छ युवा परिषद की बीकानेर इकाई द्वारा आयोजित इस समारोह में बालक-बालिकाओं ने आकर्षक वेशभूषा में देव, गुरु व धर्म को सम्मान देने तथा संस्कार व संस्कृति पर आधारित रंगारंग प्रस्तुतियां दीं।



गणिवर्य मेहुल प्रभ सागर ने अपने प्रवचन में अभिभावकों से बच्चों को धर्म, संस्कार व संस्कृति से जोड़ने का आह्वान किया, और कहा कि ज्ञान वाटिका बच्चों का बौद्धिक, सामाजिक व धार्मिक-आध्यात्मिक विकास करेगी। वार्षिकोत्सव “वंदे शासनम्” की प्रस्तुतियों में सहयोगी रहे बच्चों और बाल मुनि के शिक्षण में सहयोगी मुस्कान दस्साणी, कामिनी सुराणा व पूर्वी कोचर को सम्मानित किया गया।



इस अवसर पर ज्ञान वाटिका की प्रभारी श्रीमती सुनीता नाहटा और गायक सुनील पारख सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों का अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम में श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के तत्वावधान में 10 नवंबर को उदासर में होने वाले भगवान सुपार्श्वनाथ के मंदिर में तीन नूतन प्रतिमा के प्रतिष्ठा मंगल महोत्सव के पोस्टर का विमोचन भी किया गया। ज्ञान वाटिका के 50 से अधिक बच्चों ने रंग-बिरंगी पोशाक में सरस्वती वंदना, दान, शील, तप व भाव पर आधारित नाटकों और नृत्यों की प्रस्तुति दी।








