हार्ट अटैक या सांस की परेशानी में सीपीआर से बच सकती है जान- डॉ. स्पृहा


बीकानेर, 1 नवंबर। मदर्स एल एस कर्मा फाउंडेशन के तत्वावधान में पेमासर के राजकीय विद्यालय में विद्यार्थियों के लिए सीपीआर (CPR) जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान डॉ. स्पृहा ने हृत्फुफ्फुसीय पुनर्जीवन (Cardio-Pulmonary Resuscitation) के संबंध में विस्तृत व्याख्यान दिया। डॉ. स्पृहा ने बताया कि सीपीआर एक महत्वपूर्ण आपातकालीन मेडिकल थेरेपी है, जिसका उपयोग तब किया जाता है जब किसी व्यक्ति को अचानक हार्ट अटैक आए या सांस लेने में गंभीर परेशानी हो, ताकि उसकी जान बचाई जा सके और उसे जल्द से जल्द अस्पताल पहुँचाया जा सके।




फाउंडेशन की अध्यक्ष डॉ. सुमन चौधरी ने फाउंडेशन के उद्देश्यों और कार्यों के बारे में जानकारी दी और छात्रों को सीपीआर का महत्व समझाया। कार्यक्रम में प्रिंसिपल ललिता वर्मा, मंजू कड़ेला, मीना चाहर सहित कई शिक्षक और स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे। जिन छात्र-छात्राओं ने सीपीआर की प्रक्रिया को अच्छे से समझा और प्रदर्शित किया, उन्हें पुरस्कृत किया गया। साथ ही, इस पहल के तहत कपड़े और स्टेशनरी का भी वितरण किया गया।











