श्री जैन पी.जी. कॉलेज में साइबर क्राइम जागरूकता कार्यक्रम: डिजिटल युग में सुरक्षित रहने का संदेश



बीकानेर, 6 अगस्त। डिजिटल युग में साइबर अपराधों से बचाव के लिए श्री जैन पी.जी. कॉलेज, बीकानेर ने राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS), नेशनल कैडेट्स कोर (NCC) और स्काउट एवं रोवर्स के संयुक्त तत्वावधान में एक विशेष ‘साइबर क्राइम जागरूकता कार्यक्रम’ का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को ऑनलाइन खतरों के प्रति जागरूक करना और उन्हें सुरक्षित रहने के तरीके सिखाना था।
विशेषज्ञों ने दी महत्वपूर्ण जानकारी
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बीकानेर पुलिस परामर्श एवं सहायता केंद्र के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश चौधरी थे। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि, “साइबर अपराध अब केवल एक तकनीकी मुद्दा नहीं रहा, यह एक सामाजिक और नैतिक चुनौती बन चुका है। हमें अपनी डिजिटल आदतों को बदलना होगा और सतर्क रहना होगा।” उन्होंने विद्यार्थियों को नशे की बढ़ती प्रवृत्ति से बचने के उपाय भी बताए।




मुख्य वक्ता और साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन, बीकानेर के प्रोग्रामर शिव कुमार शर्मा, जो एक वरिष्ठ साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ हैं, ने साइबर क्राइम की विभिन्न श्रेणियों जैसे फिशिंग, हैकिंग, ऑनलाइन फ्रॉड, साइबर बुलिंग और डेटा चोरी के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मजबूत पासवर्ड का उपयोग, दो-चरणीय प्रमाणीकरण और अज्ञात लिंक पर क्लिक न करना जैसी छोटी-छोटी सावधानियाँ साइबर सुरक्षा की दिशा में बड़े कदम हो सकते हैं। श्री शर्मा ने वास्तविक केस स्टडीज़ और उदाहरणों के माध्यम से समझाया कि कैसे युवा वर्ग को सबसे अधिक निशाना बनाया जाता है और वे स्वयं को कैसे सुरक्षित रख सकते हैं। उनका यह संवाद विद्यार्थियों के लिए अत्यंत शिक्षाप्रद और उपयोगी साबित हुआ।


कॉलेज प्रबंधन का दृष्टिकोण और छात्रों की भागीदारी
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय प्रबंध कार्यकारिणी समिति के अध्यक्ष विजय कुमार कोचर ने विद्यार्थियों को मोबाइल फोन का उपयोग केवल अध्ययन और आवश्यक कार्यों के लिए करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि यदि हर व्यक्ति अपने मोबाइल चलाने का समय निश्चित कर ले, तो वह न केवल अपने परिजनों को पूरा समय दे पाएगा, बल्कि स्वयं और अपने परिवार को भी साइबर क्राइम से बचा पाएगा।
कॉलेज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. शिवराम सिंह झाझड़िया ने बताया कि कॉलेज का प्रयास है कि छात्र तकनीक के हर पहलू को समझें और उसका सकारात्मक उपयोग करें। उन्होंने साइबर सुरक्षा जागरूकता को आज की सबसे बड़ी आवश्यकता बताया।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजेंद्र चौधरी ने साइबर क्राइम को वर्तमान का ज्वलंत मुद्दा बताते हुए इस पर चर्चा को आवश्यक बताया ताकि आम व्यक्ति को सुरक्षा मिल सके। उन्होंने कहा कि शिक्षा केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं रहनी चाहिए, और छात्रों को व्यावहारिक जीवन से जुड़ी चुनौतियों व उनके समाधान के बारे में बताना आवश्यक है।
इस अवसर पर कॉलेज के सभी विभागों के प्राध्यापकगण, तकनीकी स्टाफ, कार्यालय कार्मिक और सैकड़ों छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सतपाल मेहरा ने सुचारु रूप से किया, और अंत में एक प्रश्नोत्तर सत्र भी आयोजित किया गया जिसमें विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कॉलेज प्रशासन ने आश्वस्त किया कि भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित कर विद्यार्थियों को समयानुकूल जानकारी और प्रशिक्षण प्रदान किया जाता रहेगा।