दिल्ली विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान, 5 फरवरी को वोटिंग, 8 को आ जाएंगे नतीजे


नई दिल्ली , 7 जनवरी। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर होने वाले चुनाव की तारीखों की आज घोषणा की। चुनाव आयोग के अनुसार दिल्ली में एक चरण में पांच फरवरी को मतदान होगा। आठ फरवरी को मतगणना होगी।। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान शायराना मिज़ाज में कई सवालों और अटकलों पर जवाब दिया। विपक्ष द्वारा ईवीएम और मतगणना को लेकर चुनाव आयोग पर कई सवाल खड़े किए थे।



दिल्ली में विधानसभा चुनाव सिंगल फेज में 5 फरवरी को होगा। रिजल्ट 8 फरवरी को आएगा। यह जानकारी चुनाव आयोग ने मंगलवार को दी। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि देश की राजधानी में डेढ करोड़ वोटरों के लिए 33 हजार बूथ बनाए गए हैं। 83.49 लाख पुरुष, 79 लाख महिला वोटर्स हैं। 2.08 लाख नए वोटर्स है। 830 वोटर 100 साल की उम्र से ज्यादा हैं।



इससे पहले मुख्य चुनाव आयुक्त ने चुनावी प्रक्रिया में गड़बड़ी के आरोपों पर 30 मिनट तक फैक्ट्स के साथ सफाई दी। उन्होंने कहा कि चुनाव में वोटर्स बढ़ाने, खास वर्ग को टारगेट करने के आरोप गलत हैं। चुनावी प्रक्रिया को खत्म करने में वक्त लगता है। यह सब एक तय प्रोटोकॉल के तहत होता है।
चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि “ईवीएम में अविश्वसनीयता या किसी खामी का कोई सबूत नहीं है.. मतगणना के लिए पूर्णतया सुरक्षित हैं। ईवीएम में वायरस या बग आने का कोई सवाल ही नहीं है। ईवीएम में अवैध वोट होने का सवाल ही नहीं है। कोई धांधली संभव नहीं है। उन्होंने कहा मुझे उम्मीद है कि आने वाले समय में भी लोकतंत्र मजबूत होता रहेगा। चुनाव आयुक्त कई सवालों का जवाब
शायराना अंदाज में देते हुए कहा-
आरोपों और इल्जामात का दौर चले कोई गिला नहीं,
झूठ के गुब्बारों को बुलंदी मिले कोई शिकवा नहीं
उन्होंने शायराना अंदाज में कहा-
हर परिणाम में प्रमाण देते हैं पर वे बिना सबूत शक की नई दुनिया रौनक करते हैं।
शक का इलाज तो हकीम लुकमान के पास भी नहीं
आगे सवालों को लेकर शायराना अंदाज में उन्होंने कहा-
सब सवाल अहमियत रखते हैं जवाब तो बनता है आदतन कलमबंद जवाब देते रहे,
आज तो रू-ब-रू भी बनता है क्या पता हम कल हो न हो, आज जवाब तो बनता है।
कर न सके इकरार तो कोई बात नहीं,
मेरी वफा का उनको ऐतबार तो है शिकायत भले ही उनकी मजबूरी हो,
मगर सुनना, सहना और सुलझाना हमारी आदत है।
#WATCH दिल्ली: मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया, “दिल्ली विधानसभा चुनाव 5 फरवरी को एक चरण में होगा। चुनाव के नतीजे 8 फरवरी को जारी किए जाएंगे।” pic.twitter.com/b66BIp2n9l
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 7, 2025
दिल्ली विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 23 फरवरी को खत्म हो रहा है। इसके अलावा मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार 18 फरवरी को रिटायर हो रहे हैं। इसके चलते 18 फरवरी से पहले चुनाव प्रक्रिया पूरी कराए जाने की संभावना है। 2020 के विधानसभा चुनावों की घोषणा 6 जनवरी को हुई थी। विधानसभा की सभी 70 सीटों पर 8 फरवरी 2020 को सिंगल फेज में वोटिंग हुई थी और 11 फरवरी को नतीजे घोषित हुए थे। 2020 में आम आदमी पार्टी (AAP) को 53.57% वोट के साथ 62 सीटें मिली थीं, जबकि भाजपा को 8 सीटों सहित कुल 38.51% वोट मिले थे। वहीं, कांग्रेस को 4.26% वोट मिले थे लेकिन पार्टी अपना खाता खोलने में भी नाकाम रही थी। 2015 के चुनाव में भी कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली थी।
EVM से छेड़छाड़ के आरोप निराधार’
EVM से छेड़छाड़ के आरोप पर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, “EVM मतगणना के लिए पूर्णतया सुरक्षित हैं. EVM से छेड़छाड़ के आरोप निराधार हैं, हम अब इसलिए बोल रहे हैं क्योंकि चुनाव के समय हम नहीं बोलते. VVPAT प्रणाली वाली EVM मतदान प्रणाली की सटीकता सुनिश्चित करती है.पुराने पेपर बैलट की वापसी अनुचित और प्रतिगामी है। इसका उद्देश्य चुनावी प्रक्रिया को पटरी से उतारना है.”
पिछले चुनाव में भी सिंगल फेज में हुई थी वोटिंग
8 फरवरी 2020 को विधानसभा की सभी 70 सीटों पर सिंगल फेज में वोटिंग हुई थी. इसके बाद 11 फरवरी को नतीजे घोषित हुए थे. आम आदमी पार्टी (AAP) 2020 में 53.57% वोट के साथ 62 सीटें मिली थीं. वहीं, भाजपा को 8 सीट मिली थी. इस दौरान उन्हें 38.51% वोट मिले थे. कांग्रेस का इन चुनावों में खाता भी नहीं खुला था. उन्हें सिर्फ 4.26% वोट मिले थे. 2015 के चुनाव में भी कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली थी.
अंतिम मतदाता सूची जारी हुई
भारत निर्वाचन आयोग ने सोमवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अंतिम मतदाता सूची जारी करते हुए बताया कि कुल 1 करोड़ 55 लाख 24 हजार 858 मतदाता पंजीकृत हैं. इसमें से 84 लाख 49 हजार 645 पुरुष मतदाता हैं, जबकि 71 लाख 73 हजार 952 महिला मतदाता हैं.
इससे पहले 4 जनवरी को आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह और राघव चड्ढा ने जामनगर हाउस में नई दिल्ली के जिला मजिस्ट्रेट से मुलाकात कर कथित मतदाताओं के नाम हटाए जाने की शिकायत दर्ज कराई थी. उनके आरोपों को नई दिल्ली जिला निर्वाचन अधिकारी ने निराधार बताया है.








