माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने किया स्कूलों का औचक निरीक्षण



बीकानेर, 9 सितंबर। माध्यमिक शिक्षा निदेशक श्री सीताराम जाट ने मुख्यमंत्री के महत्वाकांक्षी अभियान ‘शिक्षित राजस्थान: प्रखर राजस्थान 2.0’ के तहत ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान ‘मौखिक प्रवाह पठन’ (ORF) कार्यक्रम के क्रियान्वयन में लापरवाही पाए जाने पर एक शिक्षक को निलंबित कर दिया गया, जबकि चार अन्य शिक्षकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।




कार्य में लापरवाही पर कठोर कार्रवाई
निरीक्षण के दौरान, महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय, खारी चारणान में यह पाया गया कि कक्षा 3 से 8 के विद्यार्थियों के लिए अपेक्षित समूह-आधारित गतिविधियां आयोजित नहीं की जा रही थीं। निदेशक ने इस लापरवाही पर संबंधित शिक्षकों, जिनमें लेवल-1 अध्यापिका रेखा गर्ग और मंदीप कौर, तथा वरिष्ठ शारीरिक शिक्षक माणक चंद सुथार शामिल हैं, के खिलाफ सीसीए नियम-17 के तहत कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दिया।


इसी तरह, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, बज्जू के संस्था प्रधान श्री बगसा राम बिश्नोई भी कार्यक्रम से संबंधित संतोषजनक जानकारी नहीं दे पाए। उनके खिलाफ भी सीसीए नियम-17 के तहत कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। पीएम श्री राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, गौड़ू में, कार्यक्रम प्रभारी श्री चौथमल को घोर लापरवाही बरतने के आरोप में तत्काल निलंबित कर दिया गया है।
सरकार के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम का महत्व
निदेशक श्री जाट ने इस बात पर जोर दिया कि ‘प्रखर राजस्थान 2.0’ कार्यक्रम सरकार का एक महत्वपूर्ण मिशन है, जिसका उद्देश्य प्राथमिक स्तर पर बच्चों में भाषा कौशल और धाराप्रवाह पढ़ने की क्षमता का विकास करना है। उन्होंने सभी शिक्षकों को चेतावनी दी कि भविष्य में किसी भी स्कूल में लापरवाही पाए जाने पर संबंधित स्टाफ के खिलाफ कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
निरीक्षण के दौरान, उन्होंने कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय, बज्जू के छात्रावास का भी दौरा किया, जहां साफ-सफाई और भोजन की गुणवत्ता संतोषजनक पाई गई। इस दौरान उनके साथ अतिरिक्त निदेशक श्री गोपाल राम बिरदा और जिला शिक्षा अधिकारी श्री किशन दान चारण भी मौजूद थे।