शिक्षा के भागीरथ भामाशाह श्रीकिशन मूंधड़ा को मिला राज्यस्तरीय विशिष्ट सम्मान



बीकानेर, 7 अगस्त। शिक्षा के क्षेत्र में अपने महत्वपूर्ण योगदान के लिए सीएम मूंधड़ा फाउंडेशन के ट्रस्टी श्रीकिशन मूंधड़ा को राजस्थान सरकार के संस्कृत शिक्षा विभाग द्वारा राज्यस्तरीय विशिष्ट सम्मान से नवाजा गया है। यह सम्मान उदयपुर के सुखाड़िया रंगमंच सभागार में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदान किया गया।
ट्रस्ट प्रतिनिधि द्वारकाप्रसाद पचीसिया और उद्योगपति श्यामसुंदर सोनी तनिष्क ने बताया कि विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, शिक्षामंत्री मदन दिलावर और जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री बाबूलाल खराड़ी के कर कमलों से श्रीकिशन मूंधड़ा को यह प्रतिष्ठित सम्मान मिला।




संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने में मूंधड़ा का योगदान
श्रीकिशन मूंधड़ा ने संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने बीकानेर के नापासर में देशनोक रोड स्थित राजकीय संस्कृत विद्यालय में पूर्व में 50 लाख रुपये की लागत से 5 कमरे, फर्नीचर और एक बरामदा बनवाया था। उनके इस सहयोग के कारण विद्यालय बारहवीं कक्षा तक क्रमोन्नत हो सका। जब विद्यालय के बारहवीं तक क्रमोन्नत होने के बाद और कमरों की आवश्यकता महसूस हुई, तो ट्रस्टी श्रीकिशन मूंधड़ा ने एक बार फिर सहयोग का हाथ बढ़ाया और 40 लाख रुपये की लागत से 3 और कमरे बनवाए। इन नए कमरों को अभी हाल ही में 11 जुलाई 2025 को शिक्षामंत्री मदन दिलावर की मौजूदगी में सरकार को सुपुर्द कर दिया गया था।


सम्मान समारोह में गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे, जिनमें केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय जयपुर के निदेशक प्रो. वाई.एस. रमेश, श्री शंभु पंच अग्नि अखाड़ा बांसवाड़ा के महामंडलेश्वर उत्तम स्वामी महाराज, उदयपुर सांसद डॉ. मन्नालाल रावत, उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन और उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, संस्कृत शिक्षा आयुक्त प्रियंका जोधावत और संभागीय आयुक्त उदयपुर प्रज्ञा केवलरमानी प्रमुख थे। श्रीकिशन मूंधड़ा का यह सम्मान शिक्षा के प्रति उनके समर्पण और भामाशाह के रूप में उनके महत्वपूर्ण योगदान को रेखांकित करता है।