तालाब में डूबने से दादी और दो पोतों की दर्दनाक मौत, गांव में शोक की लहर



देवगढ़, राजस्थान, 10 अगस्त।राजस्थान के देवगढ़ थाना क्षेत्र के मंडावर ग्राम पंचायत स्थित ठाक का थड़ा गांव में रविवार सुबह एक बेहद दर्दनाक हादसा हो गया, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। एक तालाब में नहाने के दौरान एक दादी और उसके दो छोटे पोते पानी में डूब गए, जिससे तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। यह घटना करीब 9 से 10 बजे के बीच हुई, जिसने पूरे परिवार और गांव में शोक की लहर दौड़ा दी है।
कैसे हुआ हादसा?
जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि पूर्व वार्ड पंच भंवरी देवी (60) पत्नी राजू राम भील अपने पोते व पोती को लेकर बकरियां चराने जंगल में गई थी। इस दौरान पोता हिम्मतराम (11) पुत्र तुलसा राम व मीना (10) पुत्री लक्ष्मण राम गांव के तालाब शिल सागर में नहाने गए। इस दौरान वो अचानक गहरे पानी में चले गए। अपने पोतों को बचाने के लिए दादी ने तुरंत तालाब में छलांग लगा दी, लेकिन तेज बहाव और पानी की गहराई के चलते तीनों पानी में समा गए। इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं: क्या तालाब के आसपास सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम थे? क्या ग्रामीणों को पानी में नहाने की चेतावनी दी गई थी?




सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल
यह दुखद घटना सुरक्षा व्यवस्था और ग्रामीण जागरूकता पर गंभीर प्रश्न चिन्ह लगाती है। क्या ग्रामीण इलाकों में ऐसे जलस्रोतों के किनारे बच्चों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त उपाय अपनाए जा रहे हैं? क्या पानी में नहाने की कोई मनाही या चेतावनी बोर्ड लगा हुआ था? गांव में इस हादसे ने न केवल एक परिवार को उजाड़ दिया है, बल्कि पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया है। तालाब जैसे जल स्रोत ग्रामीण जीवन का अभिन्न हिस्सा होते हैं, लेकिन उनके आसपास सुरक्षा प्रबंधन अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह हादसा ग्रामीण सुरक्षा जागरूकता और इंतजामों की कमी को उजागर करता है। क्या सरकार और स्थानीय प्रशासन ऐसे स्थानों पर सुरक्षा उपायों को प्रभावी बनाने के लिए कदम उठा रहे हैं?


तीनों मृत घोषित पुलिस की त्वरित कार्रवाई और जांच जारी
गांव के बच्चों ने तालाब में पानी की सतह पर दादी भंवरी देवी का शव पानी पर तैरता देखा। इस हादसे की सूचना गांव के बच्चों ने मंडावर प्रशासक प्यारी देवी को दी। जिस पर प्यारी देवी ने बग्गड़ पुलिस चौकी पर हादसे की सूचना दी। ग्रामीणों की मदद से पोते पोती व दादी को पानी से बाहर निकाला और देवगढ़ के सरकारी होस्पिटल पहुंचाया। डॉक्टर ने तीनों को मृत घोषित किया। हादसे के बाद गांव में माहौल गमगीन हो गया। हर तरफ रोने की चीख सुनाई दे रही थी। पुलिस ने तीनों शव का पोस्टमॉर्टम करवा कर शव परिजनों को सुपुर्द किया। देवगढ़ थाना प्रभारी अनिल विश्नोई पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर तीनों शवों को तालाब से बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा। फिलहाल मामले की गहन जांच जारी है और पुलिस दुर्घटना के सही कारणों का पता लगाने में जुटी है।
गांव में मातम का माहौल
मृतकों के परिवार में अपूरणीय शोक छाया हुआ है। मृत महिला अपने मिलनसार और मददगार स्वभाव के लिए जानी जाती थीं। ग्रामीणों का कहना है कि इस दुर्घटना ने पूरे गांव को हिलाकर रख दिया है। परिवार के सदस्यों के आंसू और उनके दिलों में गहरा दर्द हर किसी के दिल को झकझोर रहा है।