ह्यूमन राइट्स इंटरनेशनल फेडरेशन ने कच्ची बस्ती में चलाया ‘नशा मुक्त शहर’ अभियान


- नशीली सामग्री जलाकर दिलाई गई शपथ
बीकानेर, 1 नवंबर। ह्यूमन राइट्स इंटरनेशनल फेडरेशन द्वारा ‘नशा मुक्त शहर’ अभियान के तहत जयपुर रोड स्थित एक कच्ची बस्ती में जाकर नशा बंद करवाने का प्रयास किया गया। नेशनल चीफ एडमिनिस्ट्रेटर डॉ. अर्पिता गुप्ता ने बताया कि प्रथम चरण में जागरूकता प्रतियोगिताओं के बाद, आज बस्ती में लोगों के पास उपलब्ध नशे की सामग्री को जलाया गया और उन्हें नशे के गंभीर दुष्प्रभावों के बारे में समझाया गया। डॉ. गुप्ता ने लोगों को एनडीपीएस एक्ट 1985 के तहत नशीले पदार्थों की खरीद-बिक्री, कब्ज़ा, परिवहन व सेवन को सख्त अपराध बताया, जिसमें दोषी को 10 से 20 वर्ष तक की कैद व भारी जुर्माना हो सकता है।




इस अवसर पर, सचिव प्रिया भार्गव ने नशा रोकने के कुछ घरेलू उपाय भी समझाए। स्नेहा शर्मा व शगुन ने बस्ती में उपस्थित सभी जनों को नशा न करने की शपथ दिलाई, और साथ ही महिलाओं व बच्चों को नए वस्त्र वितरित किए गए। फेडरेशन ने लोगों से मानस 1933 हेल्पलाइन पर गोपनीय सूचना देकर नशे के खिलाफ मिलकर लड़ने का आह्वान किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में विजय कपूर का सहयोग रहा।











