कल्याण फाउंडेशन ने कच्ची बस्ती में बांटे कपड़े



बीकानेर, 6 अक्टूबर। सामाजिक सरोकारों के प्रति समर्पित संस्था कल्याण फाउंडेशन ऑफ इंडिया ने आज शरद पूर्णिमा के शुभ अवसर पर एक नेक पहल की। फाउंडेशन ने पवनपूरी स्थित शनि मंदिर के पास की कच्ची बस्ती में दीपावली के त्यौहार से पहले जरूरतमंदों को कपड़े वितरित किए।
‘सच्चे मनुष्य रहते जहाँ, नारायण बसते वहाँ’
कल्याण फाउंडेशन ऑफ इंडिया की निदेशक कामिनी विमल भोजक मैया ने इस अवसर पर कहा कि भगवान की सच्ची सेवा करने का पहला माध्यम ऐसे लोग हैं जो प्रभु की रहमत पर अपनी जिंदगी बिताते हैं। उन्होंने कहा, “नारायण बसते ही वहाँ हैं जहाँ सच्चे मनुष्य रहते हैं, और इनकी सेवा ही नारायण सेवा है।” उन्होंने संकल्प जताया कि फाउंडेशन हर त्योहार पर अपना यह धर्म निभाता रहेगा। फाउंडेशन के सदस्यों ने परोपकार के महत्व पर भी बात की। नितिन वत्सस ने कहा कि निस्वार्थ भावना से किया गया परोपकार का कार्य ही उच्चतम फल प्रदान करता है। सचिव जितेंद्र भोजक ने जरूरतमंद और आश्रित लोगों की सेवा को ही पुण्य का मार्ग बताया और कहा कि त्यौहारों के अवसर पर यह नेक कार्य ज़रूर करना चाहिए।




एक भावुक पल
कपड़े वितरण के दौरान एक बेहद भावुक पल आया। जब एक छोटे बच्चे को उसके लिए कपड़े दिए जा रहे थे, तो उसकी नजर अंदर रखी एक साड़ी पर थी। बच्चे ने अपने कपड़े न लेकर अनुरोध किया, “ये रख लो मुझे वो साड़ी दो, वो साड़ी मुझे अपनी माँ के लिए चाहिए।” इस घटना ने सभी मौजूद लोगों को भावुक कर दिया।
इस सेवा कार्य में श्रीमती सरोज देवी, श्रीमती निशा, खुश भोजक, राहुल, सुधीर सहित अन्य सदस्यों ने सक्रिय सहयोग किया।



