खुशहाल जीवन के लिए ध्यान: ब्रह्माकुमारीज के विशेष सत्र का आज समापन


बीकानेर, 16 दिसंबर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के संभागीय केंद्र बीकानेर द्वारा रविन्द्र रंगमंच पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम का समापन बुधवार को शाम 6 बजे से 7:30 बजे तक “खुशहाल जीवन के लिए ध्यान” नामक बौद्धिक व प्रायोगिक कार्यक्रम से होगा। बुधवार का यह अंतिम सत्र प्रायोगिक अनुभव, हीलिंग सत्र और सुखमय जीवन के लिए अनमोल शिक्षाओं पर विशेष केंद्रित रहेगा।


मन की शांति व सकारात्मक ऊर्जा के लिए ध्यान करें


अंतरराष्ट्रीय प्रेरक वक्ता और लाइफ कोच डॉ. शक्तिराज भाई ने मंगलवार को उपस्थित लोगों को हंसाते हुए प्रायोगिक रूप से जोड़ा और अनेक जीवनोपयोगी संदेश दिए। उन्होंने विशेष रूप से यह संकल्प दिलाया।
“नो एंगर जोन”: घर को एंगर जोन (क्रोध का क्षेत्र) न बनाएं और गुस्सा न करें।
सकारात्मक ऊर्जा: परमात्मा का शुक्रिया अदा करें और नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर सकारात्मकता प्राप्त करने के लिए नियमित ध्यान करें।
आत्म स्वरूप की पहचान: अपने शुद्ध, बुद्ध व निर्मल आत्म स्वरूप को पहचानें।
डॉ. शक्तिराज भाई ने कहा कि ध्यान (Meditation) बाह्य जगत से अंतर में जाने की यात्रा है। नियमित रूप से अंत:करण व मन की गहराइयों पर जाने का अभ्यास करने वाला व्यक्ति सदा प्रसन्नता और सुखमय जीवन जीता है। इसके विपरीत, नकारात्मक बातों को मन में भरने वाला और काम, क्रोध, लोभ व मोह रूपी विकारों से ग्रस्त मानव स्वयं दुःखी रहता है तथा दूसरों को भी दुखी करता है। उन्होंने जोर दिया कि पवित्रता, निर्मलता, शांति व खुशी मन व आत्मा की स्वाभाविक अवस्था है, जिसे प्राप्त करने के लिए व्यक्ति को अपनी बुराइयों व कमियों को दूर कर संकल्प लेना चाहिए।
समापन सत्र में मोमबत्ती व पेन लाने का आग्रह
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की क्षेत्रीय केंद्र संचालिका बी.के. कमल ने शहरवासियों से डॉ. शक्तिराज भाई के बुधवार को होने वाले अंतिम सत्र में समय से पूर्व पहुंचने, साथ में मोमबत्ती व पेन अवश्य लाने, सकारात्मक सोच के साथ तथा स्व-परिवर्तन को ध्येय लेकर शामिल होने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि शिवानी दीदी व डॉ. शक्तिराज भाई जैसे प्रेरक वक्ताओं का कार्यक्रम बीकानेर शहरवासियों को मुश्किल से मिला है और उन्हें इसका अधिकाधिक लाभ लेना चाहिए।
आगामी कार्यक्रम: शिवानी दीदी व डॉ. शक्तिराज भाई का संयुक्त कार्यक्रम 22 से 25 दिसंबर तक रायपुर में होगा।कार्यक्रम में श्रोताओं की संख्या बढ़ने के कारण रविन्द्र रंगमंच के बाहर स्क्रीन व अतिरिक्त कुर्सियां लगाई गई थीं।








