राजस्थान में मानसून फिर सक्रिय: कई जिलों में रेड अलर्ट, स्कूल बंद



जयपुर/बीकानेर, 23 अगस्त। राजस्थान के पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी हिस्सों में मानसून एक बार फिर से सक्रिय हो गया है, जिससे किसानो के चेहरे खिल उठे हैं। कई जिलों में भारी बारिश और बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिसके बाद राज्य सरकार ने आपदा प्रबंधन तंत्र को पूरी तरह सक्रिय कर दिया है।मुख्यमंत्री ने ली आपात बैठक
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शुक्रवार देर शाम एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई, जिसमें सभी जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए। उन्होंने प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्यों की लगातार निगरानी करने का आदेश दिया। आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा और ऊर्जा राज्य मंत्री हीरालाल नागर को स्थिति का जायजा लेने के लिए प्रभावित जिलों का दौरा करने के लिए भेजा गया है।
इन जिलों में स्कूल बंद




भारी बारिश को देखते हुए कई जिलों में 23 अगस्त को स्कूलों में छुट्टी घोषित की गई है:


- चित्तौड़गढ़: सभी सरकारी और निजी स्कूल, साथ ही आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहेंगे।
- भीलवाड़ा: सुरक्षा कारणों से सभी स्कूलों को एक दिन के लिए बंद कर दिया गया है।
- बारां: यहां 22 और 23 अगस्त को पहले ही छुट्टी घोषित कर दी गई थी।
- टोंक: भारी बारिश की चेतावनी के कारण सभी सरकारी और निजी स्कूलों में अवकाश रहेगा।
- कोटा: कक्षा 1 से 12 तक के सभी विद्यार्थियों के लिए अवकाश है, लेकिन शिक्षकों को स्कूल में उपस्थित रहना होगा और परीक्षाएं निर्धारित समय पर ही होंगी।
बीकानेर में भी बारिश का असर
लंबे समय बाद बीकानेर में भी बारिश हुई, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हुआ। रामदेवरा के पदयात्री प्रभावित: बारिश के कारण रामदेवरा पैदल जा रहे पदयात्रियों को बीच में ही रुकना पड़ा।
देशनोक में जलभराव: देशनोक में सड़कों पर दो-दो फीट तक पानी भर गया, जिससे लोगों को आने-जाने में परेशानी हुई।
येलो अलर्ट जारी: मौसम विभाग ने बीकानेर के लिए येलो अलर्ट जारी किया है और शाम तक और बारिश होने की संभावना जताई है। नगर निगम ने शहर में 100 से ज्यादा जर्जर मकानों पर बैनर टांगकर चेतावनी दी है।
पर्युषण पर्व में तपस्या करने वालों को राहत
जैन धर्मावलम्बियों के पर्युषण पर्व चल रहा है। अनेक श्रद्धालुगण तपस्या कर रहें हैं। उपवास से 60 दिनों तक की तपस्या करने वालों के समाचार आते हैं उन सब को इस मौसम में राहत मिलेगी। तेज गर्मी के चलते तपस्वियों को भारी कष्ट उठाना पड़ रहा था।