ऑपरेशन सिंदूर: राजस्थान के IAS, IPS और सेना के अधिकारी सेना प्रमुख सम्मान से नवाजे जाएंगे

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बीकानेर रहे IAS अभिषेक सुराणा को मिलेगा सम्मान
जयपुर , 18 अगस्त। ऑपरेशन सिंदूर में अदम्य साहस और उत्कृष्ट योगदान दिखाने वाले 418 आर्मी स्टाफ के साथ-साथ, भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के 10 और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के 19 अधिकारियों को भी सेना प्रमुख (COAS) प्रशस्ति पत्र पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार उन सिविलियन अधिकारियों को दिया जाता है जिन्होंने विकट परिस्थितियों में देशहित में असाधारण प्रशासनिक कुशलता का परिचय दिया हो।
राजस्थान के अधिकारी जिन्हें मिलेगा सम्मान
इस प्रतिष्ठित सूची में राजस्थान के तीन IAS अधिकारी और एक IPS अधिकारी शामिल हैं। डॉ. प्रतिभा सिंह (संभागीय आयुक्त, जोधपुर),गौरव अग्रवाल (कलेक्टर, जोधपुर), अभिषेक सुराना (कलेक्टर, चूरू), नरेंद्र सिंह मीणा (एसपी, बाड़मेर) . इनके अतिरिक्त, आर्मी स्टाफ की सूची में बीकानेर बीएसएफ के महेंद्र सिंह और महेशचंद जाट भी शामिल हैं। राजस्थान के लिए यह गौरव का क्षण है, खासकर डॉ. प्रतिभा सिंह जैसी एकमात्र महिला अधिकारी को यह सम्मान मिलना प्रदेश के लिए विशेष महत्व रखता है। इन्हें जल्द ही सेना परिसर में आयोजित होने वाले एक समारोह में सम्मानित किया जाएगा।

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ऑपरेशन सिंदूर में प्रशासनिक समन्वय की भूमिका
चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ का यह पुरस्कार वीरता और विशिष्ट सेवा के लिए प्रदान किया जाता है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, राजस्थान का सीमावर्ती क्षेत्र गंभीर रूप से प्रभावित था। इन परिस्थितियों में, जोधपुर संभागीय आयुक्त, कलेक्टर और अन्य अधिकारियों ने सेना के साथ उत्कृष्ट समन्वय और बेहतरीन प्रबंधन का परिचय दिया।

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संभागीय आयुक्त प्रतिभा सिंह ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर से पहले ही संकेत मिलने के साथ ही पूरी तैयारी को अंजाम दिया गया था। गाँव-गाँव का सर्वे कराकर यह सुनिश्चित किया गया कि आवश्यकता पड़ने पर किस गाँव के कितने लोगों को शिफ्ट कर कहाँ पहुँचाना है, उनके लिए बिजली, पानी, भोजन व अन्य व्यवस्थाएँ कैसे करनी हैं, बैकअप कैसे तैयार रखना है, एंबुलेंस-दमकल आदि की व्यवस्थाएँ किस तरह करनी हैं और ब्लैकआउट की परिस्थितियों से कैसे निपटना है। उन्होंने कहा कि यह उनके और पूरे प्रशासनिक तंत्र के लिए गौरव का क्षण था कि उन्हें देश हित में ऐसे अवसर पर काम करने का मौका मिला। सभी अधिकारियों ने मिलकर इन जटिल चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया।

जिला कलेक्टर अभिषेक सुराणा ने थार एक्सप्रेस से कहा की यह सेना का अंदरुनी फैसला है हम इसका सम्मान करते हैं। उल्लेखनीय है की अभिषेक सुराणा अपने परिवीक्षा अवधि (प्रोबेशन काल) में उपायुक्त, नगर निगम – सचिव, नगर सुधार न्यास – जिला आपूर्ति अधिकारी – सहायक कलेक्टर – तहसीलदार, भू-अभिलेख, कोलायत और बीकानेर – एसडीएम, कोलायत का कार्यभार संभाला। राजस्थान के बीकानेर जिले में नवगठित बज्जू उपखंड के प्रथम उपखंड मजिस्ट्रेट (एसडीएम) के रूप में 4 महीने तक कार्य किया। COVID-19 के दौरान लॉकडाउन प्रवर्तन, क्वारंटाइन प्रबंधन, राहत उपायों और प्रवासी संकट से निपटा। सरल सौम्य व मृदु व्यवहार के धनी सुराणा को मिलाने वाले इस सम्मान को लेकर बीकानेर में भी ख़ुशी की लहर व्यापत है। जैन महासभा ,बीकानेर के पूर्व अध्यक्ष जैन लूणकरण छाजेड़ ने इस उपलब्धि को समाज के लिए गौरव बतलाते हुए अभिषेक सुराणा को बधाई दी।

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