आरटीई के तहत 42 हजार से अधिक पात्र बच्चों को अब भी प्रवेश का इंतजार, खामियों के चलते 25 हजार से ज्यादा आवेदन खारिज


बीकानेर, 1 नवंबर 2025। शिक्षा सत्र 2025-26 में निजी स्कूलों में आरटीई (शिक्षा का अधिकार) एक्ट के तहत निशुल्क प्रवेश पाने वाले विद्यार्थियों की फीस पुनर्भरण प्रक्रिया जल्द शुरू करने के लिए, शिक्षा निदेशालय बीकानेर ने 5 नवंबर तक भौतिक सत्यापन कराने का निर्णय लिया है। सत्यापन दलों का गठन कर दिया गया है और उनकी ट्रेनिंग का आज अंतिम दिन है। ये दल निजी स्कूलों में पहुंचकर निशुल्क प्रवेशित लगभग 2.37 लाख विद्यार्थियों के डाटा और उपस्थिति का वास्तविक मिलान करेंगे, जिसकी रिपोर्ट के बाद ही फीस पुनर्भरण प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इस सत्र में राजस्थान के 31,720 निजी स्कूलों में 2,37,407 बच्चों को निशुल्क एडमिशन मिला है, जिनमें से अधिकांश (1,73,680) को पहली कक्षा में दाखिला मिला है।




हालांकि, आरटीई प्रक्रिया में बड़ी संख्या में बच्चे प्रवेश से वंचित भी रहे। कुल 3,08,064 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, जिनमें से 70,657 अभ्यर्थियों को प्रवेश नहीं मिल सका। इनमें से 26,567 आवेदन दस्तावेजों में कमी के कारण खारिज कर दिए गए, जबकि 44,090 पात्र अभ्यर्थी लॉटरी और आवंटन के बाद भी प्रवेश से वंचित रह गए। आरटीई प्रभारी चंद्र किरण पंवार ने बताया कि जयपुर के करीब 9 निजी स्कूलों की ओर से चयनित अभ्यर्थियों को प्रवेश नहीं देने पर, संबंधित स्कूलों के संस्था प्रधानों को अंतिम अवसर देते हुए तुरंत प्रवेश देने के निर्देश दिए गए हैं।











