सिर्फ एक मंत्र से हुतात्मा, पुण्यात्मा में बदल जाती है



बीकानेर, 24 सितंबर। बीकानेर के प्रसिद्ध समाजसेवी पुरुषोत्तम सेवक और राजेंद्र कुमार शर्मा (राजा बाबू) के आकस्मिक निधन पर श्यामोजी वंशज सभागार में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस सभा में दोनों विभूतियों के योगदान को याद किया गया।
जीवन का मंत्र और श्रद्धांजलि
सभा की शुरुआत में, ज्योतिषाचार्य पंडित रविप्रकाश शर्मा ने दोनों दिवंगत आत्माओं के चित्रों पर फूलमाला चढ़ाते हुए कहा कि शास्त्रों के अनुसार, जब किसी व्यक्ति का निधन होता है, तो भगवान जनार्दन के नाम का जाप करने से उसे सारे पापों से मुक्ति मिलती है और वह पुण्यात्मा बन जाता है। उन्होंने सभी से एक श्लोक का जाप करवाया:
“पुण्य श्लोकों नलोंराजा, पुण्य श्लोकों जनार्दन – पुण्य श्लोका च वैदेही, पुण्य श्लोकों युधिष्ठिर।”




समाजसेवियों का योगदान
पुरुषोत्तम सेवक: शाकद्वीपीय ब्राह्मण बंधु ट्रस्ट के अध्यक्ष आर.के. शर्मा ने बताया कि पुरुषोत्तम सेवक जीवन के अंतिम समय तक सार्वजनिक कार्यों में सक्रिय रहे, चाहे वह महासभा का काम हो या भाजपा ओबीसी मोर्चा का। वह हमेशा जरूरतमंदों की मदद के लिए तैयार रहते थे।



राजेन्द्र कुमार शर्मा (राजा बाबू): कल्याण फाउंडेशन ऑफ इंडिया की निदेशक कामिनी विमल भोजक मैया ने बताया कि राजा बाबू ने उन परिवारों का सहारा बने, जहाँ कोई काम करने वाला नहीं था। उन्होंने न सिर्फ अपने समाज बल्कि सभी समाजों में सद्भाव बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
वरिष्ठ व्यवसायी बजरंगलाल शर्मा ने कहा कि इन दोनों के जाने से समाज को एक बड़ी क्षति हुई है, जिसकी भरपाई करना मुश्किल है। इस अवसर पर अनेक सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने पुष्पांजलि अर्पित कर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।

