सोनम वांगचुक की रिहाई के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर, लेह में 8 दिन बाद खुले स्कूल



नई दिल्ली, 3 अक्टूबर । लद्दाख में विरोध प्रदर्शनों के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत हिरासत में लिए गए सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक की पत्नी, गीतांजलि आंग्मो, ने उनकी रिहाई की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। वांगचुक को 26 सितंबर को हिरासत में लिया गया था और वर्तमान में उन्हें राजस्थान की जोधपुर जेल में रखा गया है।
गिरफ्तारी को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती
याचिका का आधार: गीतांजलि आंग्मो ने वकील सर्वम रीतम खरे के माध्यम से याचिका दायर कर वांगचुक की नजरबंदी को चुनौती दी है और उनकी तत्काल रिहाई की मांग की है। NSA पर सवाल: याचिका में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत उन्हें हिरासत में लेने के फैसले पर भी सवाल उठाए गए हैं।




पत्नी ने लगाए गंभीर आरोप
गीतांजलि आंग्मो ने आरोप लगाया है कि उन्हें अब तक हिरासत आदेश की कॉपी नहीं दी गई है, जो नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है। उन्होंने यह भी कहा कि उनका वांगचुक से कोई संपर्क नहीं हो पाया है। आंग्मो ने पुलिस की कार्रवाई की आलोचना करते हुए दावा किया है कि सोनम वांगचुक को केवल बलि का बकरा बनाया जा रहा है और यह पूरी कार्रवाई एक मनगढ़ंत चाल है।



गौरतलब है कि हाल ही में लद्दाख प्रशासन ने वांगचुक के खिलाफ लगाए गए जासूसी के आरोपों को खारिज कर दिया था। यह गिरफ्तारी लद्दाख को राज्य का दर्जा देने और संविधान की छठी अनुसूची लागू करने की मांग को लेकर हुए प्रदर्शनों के बाद हुई थी, जिसमें दो दिन पहले चार लोगों की मौत हो गई थी और 90 लोग घायल हुए थे।
लेह में 8 दिन बाद सामान्य हुए हालात
स्कूल और बाजार खुले: 8 दिन तक बंद रहने के बाद लेह में अब बाजार और स्कूलों को खोल दिया गया है। बाजारों को सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक खुलने की अनुमति है। इंटरनेट पर फैसला: हालाँकि, क्षेत्र में इंटरनेट सेवा अभी भी बंद है, लेकिन इसे बहाल करने को लेकर आज, शुक्रवार 3 अक्टूबर को फैसला लिया जा सकता है।

