बीकानेर में सावन क्वीन प्रतियोगिता



- लोक गीत के भावों को साकार करती संस्कृति और सौंदर्य
बीकानेर, 5 अगस्त। बीकानेर के प्रसिद्ध लोक गीत “सियालो सीकर भलो, उनालों अजमेर, मारवाड़ नित रो भलो, सावन बीकानेर…” के भावों को साकार करते हुए, श्री जैन कन्या पीजी महाविद्यालय में आज एक भव्य “सावन क्वीन प्रतियोगिता” का आयोजन किया गया। सावन के प्राकृतिक सौंदर्य और उल्लास को दर्शाते इस रंगारंग कार्यक्रम में बीकानेर के प्रतिष्ठित स्कूलों की विद्यार्थियों ने कॉलेज की छात्राओं के साथ रैंप वॉक की प्रतिस्पर्धा में अपना दम दिखाया।




कार्यक्रम का भव्य शुभारंभ और सांस्कृतिक महत्व
मीडिया सह प्रभारी विशाल सोलंकी ने बताया कि महाविद्यालय की प्रबंधन समिति के अध्यक्ष विजय कुमार कोचर, उपाध्यक्ष श्रीमती नयनतारा छलानी, डॉ. बबीता जैन सहित प्राचार्य डॉ. संध्या सक्सेना ने माँ सरस्वती की मूर्ति के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अध्यक्ष विजय कोचर ने अपने उद्बोधन में कहा कि ऐसे सांस्कृतिक कार्यक्रम ही हमारे देश की धरोहर हैं, जिन्हें बनाए रखना हमारा दायित्व है। प्राचार्य डॉ. सक्सेना ने छात्राओं को शिक्षा के साथ-साथ संस्कृति से जुड़ाव के महत्व पर बल देते हुए कहा कि इससे हमारी जड़ें मजबूत होती हैं। छात्राओं ने लहरिया थीम पर आधारित राजस्थानी परंपराओं से सराबोर वेशभूषा में रैंप वॉक और डांस प्रस्तुत किए, जिसने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया और झूमने पर मजबूर कर दिया।


विजेताओं का सम्मान- इस भव्य प्रतियोगिता में प्राचार्य सहित तीनों निर्णायकों ने विजेताओं को पुरस्कृत किया।
मिस कॉन्फिडेंस: विजेता: मुक्ता बेद, रनर अप: लक्षिता गहलोत, सेकंड रनर अप: रिद्धि चौधरी,
मिस बणी ठनी:विजेता: वेदांशी शर्मा,रनर अप: हिमांशी कछावा, सेकंड रनर अप: साहिब खान
मिस सावन क्वीन: विजेता: मुस्कान भंसाली,रनर अप: महक भंसाली, सेकंड रनर अप: रिद्धिमा आचार्य। कार्यक्रम में दिव्या रांका, गरिमा विजयवर्गीय और योगेश्वरी आचार्य ने निर्णायक की भूमिका निभाई।कार्यक्रम प्रभारी डॉ. वंदना राजवंशी और डॉ. पद्मा जोशी सहित सभी संकाय सदस्यों और सहायक कर्मचारियों ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. धनपत जैन ने किया। यह आयोजन बीकानेर की समृद्ध संस्कृति और युवा प्रतिभाओं के लिए एक यादगार मंच साबित हुआ।