बीकानेर में स्लीपर बसों का चक्का जाम, 200 से अधिक बसें रुकीं; ऑपरेटर्स ने मंत्री सुमित गोदारा को दिया ज्ञापन


बीकानेर, 1 नवंबर। बीकानेर से देशभर के अनेक हिस्सों में जाने वाली स्लीपर बसों का चक्का जाम है, जिससे परिवहन संकट गहरा गया है। सुबह पांच बजे से दो सौ से ज्यादा बसों का संचालन बंद है, जिसके चलते हजारों यात्री व्यक्तिगत वाहनों या रेल से सफर करने को मजबूर हैं। बीकानेर प्राइवेट बस ऑपरेटर यूनियन ने अपनी मांगों को लेकर केबिनेट मंत्री सुमित गोदारा के निवास पर पहुंचकर उन्हें ज्ञापन सौंपा।




यूनियन के अध्यक्ष समुंदर सिंह ने बताया कि बीकानेर से कोई भी स्लीपर बस रवाना नहीं की गई है, और जो बसें शुक्रवार रात बीकानेर पहुंची थीं, उन्हें भी यहीं रोक लिया गया है। उन्होंने यात्रियों को हो रही असुविधा के लिए खेद व्यक्त करते हुए, इसके लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया। यूनियन का मुख्य मुद्दा बार-बार नियम विरुद्ध चालान काटने का है, जिसके कारण आरटीओ और पुलिस द्वारा जगह-जगह परेशान किया जा रहा है और बसों का संचालन मुश्किल हो गया है। यूनियन ने स्पष्ट किया है कि वे सुरक्षा के अधिकतम साधन अपनाने को तैयार हैं, लेकिन इसके लिए सरकार को दो से तीन महीने का समय देना होगा, क्योंकि अचानक से सभी काम नहीं हो सकते।



मंत्री सुमित गोदारा को ज्ञापन सौंपते समय उन्हें आरटीओ अधिकारियों की परेशानी भरी कार्रवाई से अवगत कराया गया। मंत्री ने इस बारे में जल्द ही मुख्यमंत्री स्तर पर वार्ता करने का आश्वासन दिया है। इस हड़ताल से बीकानेर से जयपुर रूट पर सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है, जहाँ सामान्य तौर पर सबसे ज्यादा बसें संचालित होती हैं। हड़ताल कब तक चलेगी, इस बारे में यूनियन ने कुछ भी स्पष्ट नहीं किया है।








