केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने नालबड़ी में 18 विद्यालयों के पुस्तकालय उन्नयन कार्यों का किया लोकार्पण


बीकानेर, 15 जुलाई। केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने मंगलवार को सिंनजेंटा इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (CSR) मद के तहत जिले के 18 राजकीय विद्यालयों के पुस्तकालय उन्नयन कार्यों का लोकार्पण किया। सिंनजेंटा ने “सिंनजेंटा ज्ञान दीपिका परियोजना” के तहत इन पुस्तकालयों में आवश्यक सौंदर्यीकरण के साथ-साथ 243 रैक, 480 कुर्सियाँ, 123 टेबलें, 17 सेट कंप्यूटर और बड़ी संख्या में पुस्तकें उपलब्ध करवाई हैं। इस पहल से 5,446 विद्यार्थियों को बेहतर अध्ययन वातावरण मिल पाएगा, जिस पर CSR मद से लगभग 80 लाख रुपये व्यय किए गए हैं।




नालबड़ी के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में अर्पण सेवा संस्थान के क्रियान्वयन सहयोग से आयोजित कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल ने सिंनजेंटा के इस कार्य की सराहना करते हुए कहा कि यह बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए एक सराहनीय कदम है। उन्होंने घोषणा की कि आने वाले समय में लगभग 50 और विद्यालयों में पुस्तकालय विकास के कार्य करवाए जाएंगे, ताकि बच्चे वहां बैठकर अध्ययन कर सकें। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि अच्छी किताबें पढ़ने से बच्चों को जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी और वे सुयोग्य नागरिक बनकर देश के विकास में भागीदार बनेंगे।


नालबड़ी में खुलेगा बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय
इस अवसर पर श्री मेघवाल ने नालबड़ी की बालिकाओं के लिए गांव में जल्द ही उच्च माध्यमिक स्तर का विद्यालय खुलवाने की घोषणा की। उन्होंने इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीताराम जाट से कार्यक्रम स्थल से ही चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिए। मेघवाल ने ग्रामीणों से आह्वान किया कि स्कूल स्वीकृत होने के बाद वे इसके लिए भूमि उपलब्ध करवाएं। उन्होंने बताया कि CSR मद से यहां भव्य विद्यालय भवन बनाकर संचालन के लिए शिक्षा विभाग को सौंपा जाएगा। उन्होंने ग्रामीणों की अन्य समस्याओं के समाधान के लिए भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
उद्घाटन और सम्मान
इससे पहले, केंद्रीय मंत्री श्री मेघवाल ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नालबड़ी में विकसित किए गए पुस्तकालय का फीता काटकर उद्घाटन किया। उन्होंने वहां पढ़ रहे विद्यार्थियों से बातचीत की और सरदार वल्लभभाई पटेल की जीवनी पढ़ रहे एक विद्यार्थी से दूरभाष पर चर्चा भी की। उन्होंने अन्य सत्रह विद्यालयों के प्राचार्यों को पुस्तकालय उन्नयन कार्य की शिला पट्टिकाएं भी सौंपीं। सिंनजेंटा द्वारा पहले चरण में सिंथल, कानासर, नालबड़ी हाडला रावलोतान, गजनेर, सरह थुंबली, जोगियासन, फूलदेसर, कालू, उदासर, किसनासर, रातडिया, रासीसर, हरिराम बास महादेववाली, तोलियासर, जोरावरपुरा, जोधासर और भोजास में ये पुस्तकालय विकसित किए गए हैं।
जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक शिक्षा) रामगोपाल शर्मा ने सिंनजेंटा के सहयोग से पुस्तकालयों को नया स्वरूप मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि इससे विद्यार्थियों को लाभ होगा। सिंनजेंटा की प्रतिनिधि डॉ. मल्लिका वर्मा ने स्वागत उद्बोधन दिया और कंपनी द्वारा CSR के तहत करवाए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। सिंनजेंटा की ओर से वैद्यनाथन और अर्पण सेवा संस्था के शुभकरण चौधरी ने विभिन्न गतिविधियों के बारे में बताया। कार्यक्रम में श्याम पंचारिया, सिंनजेंटा के डॉ. के शिव रवि, अमित चौहान, स्कूल प्राचार्य हरिकिशन मेहरड़ा, सुरजाराम अतिथि के रूप में मौजूद रहे। इस अवसर पर गुमान सिंह राजपुरोहित, किशन गोदारा, महावीर सिंह चारण, छगन प्रजापत, ओम प्रकाश सोनी, श्रीराम रामावत सहित विद्यालय स्टाफ, विद्यार्थी और ग्रामीण मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन ज्योति प्रकाश रंगा ने किया।