फर्नीचर एवं फिटिंग स्किल काउंसिल का 10वां वार्षिक सम्मेलन संपन्न


भारतीय फर्नीचर उद्योग को वैश्विक पहचान दिलाने का संकल्प




नई दिल्ली, 22 जुलाई। स्किल इंडिया मिशन से जुड़े फर्नीचर एंड फिटिंग स्किल काउंसिल (FFSC) का 10वां वार्षिक अधिवेशन आईटीसी होटल, गुरुग्राम में आयोजित हुआ। इस सम्मेलन में भारतीय फर्नीचर फिटिंग और इंटीरियर उद्योग को वैश्विक पहचान दिलाने का संकल्प लिया गया। FFSC की उपलब्धियां और भविष्य की दिशा
काउंसिल के निवर्तमान चेयरमैन वेंकटरमन गोरटी ने अधिवेशन में सहयोगियों का स्वागत करते हुए काउंसिल की उपलब्धियों के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने उत्साहपूर्वक बताया कि सबके सहयोग से काउंसिल ने राष्ट्रहित में अनेक सफलताएं हासिल की हैं। पिछले वर्ष “एक देश एक उद्योग: कौशल द्वारा संचालित” अभियान के तहत 60 से अधिक कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें उद्योग, अकादमिक जगत और युवाओं को जोड़ा गया। जमीनी स्तर पर 1000 से अधिक कौशल अंतर मूल्यांकन प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए। गोरटी ने कहा कि काउंसिल ने पूरे देश में 10 कौशल अकादमियां स्थापित की हैं, जिनमें 1500 से अधिक सीटें और अप्रेंटिसशिप अकादमी मॉडल तैयार किए गए हैं, जो देश के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने बताया कि हैदराबाद, उदयपुर और मुंबई में उत्कृष्टता केंद्र बनाए गए हैं, जहाँ अब कुशल पेशेवर तैयार किए जा रहे हैं, जिन्हें आजीविका प्राप्त होती है, जो उनकी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।


“कौशल ही सतत विकास की नींव हैं” – नंदकिशोर मिस्त्री
अधिवेशन में काउंसिल के सह-अध्यक्ष नंदकिशोर मिस्त्री ने अपने संबोधन में कहा कि फर्नीचर एवं फिटिंग उद्योग की वैश्विक पहचान बनाना उनकी प्रतिबद्धता है। उन्होंने इस उद्योग के साथ अपने गहरे जुड़ाव और पिछले एक साल में इस संबंध को और मजबूत होते देखने की बात कही। उन्होंने जोर दिया कि कौशल को अधिक प्रासंगिक, सम्मानित और वास्तविकता में अधिक निहित बनाने के लिए सामूहिक प्रयास करने होंगे। मिस्त्री ने बताया कि इसी भावना ने इस वर्ष विश्वकर्मा समाज जैसे सामुदायिक नेटवर्क के साथ खुले संवाद में मदद करने से लेकर राजस्थान में राज्य कौशल मिशनों और उद्योग समूहों के साथ काम करने तक, कई पहलों का मार्गदर्शन किया है। उन्हें कुशल पेशेवरों के लिए सीमा पार रास्ते बनाने के प्रयासों का समर्थन करते हुए वैश्विक दृष्टिकोण में योगदान करने का भी अवसर मिला है। इन अनुभवों ने उनके इस विश्वास को मजबूत किया है कि यह क्षेत्र सही कौशल पारिस्थितिकी तंत्र के साथ वैश्विक प्रतिस्पर्धा में सक्षम है। उन्होंने ल्योन में आयोजित विश्व कौशल प्रतियोगिता में कैबिनेट निर्माण में भारत के लिए मिली पहली सफलता को एक ऐसा पल बताया जो उनके ज़ेहन में हमेशा के लिए बस गया है, क्योंकि इसने न केवल व्यक्तिगत उत्कृष्टता को, बल्कि वर्षों के धैर्यपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र निर्माण को भी दर्शाया।
नंदकिशोर मिस्त्री FFSC के नए चेयरमैन मनोनीत
अधिवेशन में 2025-26 के कार्यकाल के लिए सर्वसम्मति से नंदकिशोर मिस्त्री को चेयरमैन मनोनीत किया गया। उनके साथ सत्यन ठुकराल सह-चेयरमैन, राहुल मेहता सचिव, दीपक गुप्ता कोषाध्यक्ष, वेंकटरमन गोरटी पूर्व अध्यक्ष सहित 21 कार्यकारी सदस्यों का सर्वसम्मति से मनोनयन किया गया। अधिवेशन का प्रारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ। फर्नीचर, फिटिंग व इंटीरियर उद्योग तथा संबंधित सह उद्योगों के समक्ष उपस्थित चुनौतियों व कौशल विकास कार्यक्रमों, भविष्य के कौशल तथा अन्य विषयों पर राउंड टेबल संवाद के सत्र आयोजित किए गए। इसी के साथ कौशल विकास विषयों पर उद्योगों व विश्वविद्यालयों में केंद्र शुरू करने को लेकर अनुबंध किए गए। अधिवेशन के अंत में नव मनोनीत चेयरमैन नंदकिशोर मिस्त्री ने सबको समय निकालकर गरिमामयी उपस्थिति देने तथा अधिवेशन को सफल बनाने के लिए आभार व्यक्त किया।