राजस्थान में 2699 जर्जर भवन ध्वस्त होंगे: स्वायत्त शासन विभाग की बड़ी कार्रवाई


जयपुर, 31 जुलाई । राजस्थान में झालावाड़ और जैसलमेर में हुए हादसों के बाद स्वायत्त शासन विभाग (DLB) पूरी तरह से सक्रिय हो गया है। विभाग के शासन सचिव रवि जैन ने गुरुवार को प्रदेशभर के 224 निकाय प्रमुखों की बैठक ली, जिसमें उन्होंने राज्य में 2699 जर्जर हो चुके भवनों को सील कर ध्वस्त करने के आदेश दिए।
संभावित बारिश से पहले सुरक्षा प्राथमिकता
राज्य में संभावित भारी बारिश के मद्देनजर स्वायत्त शासन विभाग सक्रिय मोड में आ गया है। जैन ने सभी नगरीय निकायों के आला अधिकारियों को सतर्क रहते हुए जल्द से जल्द आम जनता को राहत पहुँचाने के निर्देश दिए।
बैठक में रवि जैन ने विशेष रूप से प्रदेशभर में जर्जर भवनों की पहचान और उन्हें गिराने के लिए चलाए जा रहे राज्य स्तरीय अभियान की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार, 224 नगरीय निकायों में अब तक कुल 2,699 जर्जर भवनों की पहचान की जा चुकी है, और उन्हें नियमानुसार सील कर ध्वस्त करने की कार्यवाही प्रगति पर है। जैन ने सभी आयुक्तों और अधिशासी अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि वे अपने क्षेत्रों में जाकर नियमित रूप से निरीक्षण करें और जर्जर भवनों के सामने स्पष्ट सूचना बोर्ड लगाएँ, ताकि आम जनता को चेतावनी मिल सके और किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके।




विद्युत सुरक्षा और अन्य महत्वपूर्ण निर्देश
जैन ने विद्युत तंत्र की सुरक्षा पर भी विशेष जोर दिया। उन्होंने विद्युत डिस्कॉम के अभियंताओं के साथ समन्वय कर सड़क किनारे ढीले तारों को तुरंत ठीक करने के आदेश दिए। इसके साथ ही, बिजली के खंभों, डीपी, केबल बॉक्स और स्विच बॉक्स के पास फैले हुए ढीले तारों को हटाने और टूटे हुए ढक्कनों की तुरंत मरम्मत करने के निर्देश भी दिए गए। आकस्मिक अग्निकांड या करंट से होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए अग्निशमन वाहन, तकनीकी उपकरण और स्टाफ को हमेशा तैयार रखने के निर्देश भी दिए गए।


बैठक में ‘हरियालो राजस्थान’ अभियान के तहत करवाए जा रहे पौधारोपण के कार्यों की भी समीक्षा की गई, और अधिकारियों को अपने निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप पौधारोपण करने के निर्देश दिए गए। इस बैठक में डीएलबी निदेशक प्रतीक जुईकर, नगर निगम हेरिटेज आयुक्त डॉ. निधि पटेल, अतिरिक्त निदेशक श्याम सिंह समेत सभी नगरीय निकायों के प्रमुख वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े।